अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ ।शुक्रवार को हरदेव भवन, नालंदा समाहरणालय, बिहारशरीफ में शुक्रवार को साख जमा अनुपात (सीडी रेशियो) पर विशेष अध्ययन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता पंजाब नेशनल बैंक के राज्य प्रमुख (अंचल प्रबंधक) एन. आर. बंजारा ने की। बैठक में जिले के बैंकों द्वारा दिए गए ऋण और उनके जमा अनुपात (सीडी रेशियो) को बढ़ाने पर व्यापक चर्चा की गई।
बैठक के दौरान नालंदा के अग्रणी जिला प्रबंधक (एलडीएम) श्रीकांत सिंह और नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक (डीडीएम) अमृत वर्णवाल ने प्रस्तुति के माध्यम से सीडी रेशियो के कम होने के कारणों और इसके समाधान के उपायों पर विस्तृत जानकारी दी।
अध्यक्ष श्री बंजारा ने विशेष रूप से बैंक ऑफ बड़ौदा और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कम सीडी रेशियो पर चिंता जताई और इस मुद्दे को राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) की बैठक में उठाने की बात कही। उन्होंने इन बैंकों के कमजोर प्रदर्शन के पीछे के कारणों को समझने की आवश्यकता भी जताई।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के एलडीओ अमित गुप्ता ने बताया कि राज्य स्तर पर भी सेंट्रल बैंक का सीडी रेशियो संतोषजनक नहीं है। इस पर वरीय उप समाहर्ता (बैंकिंग) संजीत बक्शी ने जिला स्तर पर संबंधित बैंकों के विरुद्ध की गई कार्रवाई की जानकारी दी।
एलडीएम श्रीकांत सिंह ने बताया कि बीते दस वर्षों में जिले के सीडी रेशियो में लगभग 7.78% की वृद्धि हुई है और मार्च 2025 तक यह 43.42% तक पहुंच गया है। 50% का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए बैंकों को लगभग 990 करोड़ रुपये का ऋण वितरण करना होगा।
बैठक के अंत में अध्यक्ष श्री बंजारा ने सभी बैंकों और संबंधित विभागों को मिलकर काम करने की अपील की, ताकि तय लक्ष्य को समय पर प्राप्त किया जा सके।
बैठक में एन. आर. बंजारा, अंचल प्रबंधक, पंजाब नेशनल बैंक,संजीत बक्शी, वरीय उप समाहर्ता (बैंकिंग),संजय श्रीवास्तव, महाप्रबंधक, बिहार ग्रामीण बैंक,अमित गुप्ता, एलडीओ, भारतीय रिजर्व बैंक,अजित कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक,राकेश कुमार, मुख्य प्रबंधक, एसएलबीसी,अमृत वर्णवाल, डीडीएम, नाबार्ड,श्रीकांत सिंह, एलडीएम, नालंदा,अमरनाथ चौधरी, क्षेत्रीय प्रबंधक, बिहार ग्रामीण बैंक शामिल थे।




