अपना नालंदा संवाददाता
हिलसा । इसलामपुर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय अमनावां सह उच्च माध्यमिक विद्यालय मोहनचक के प्रांगण में बुधवार को बिहार अग्निशमन विभाग, इसलामपुर द्वारा आग से बचाव हेतु मॉक ड्रील का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, मध्याह्न भोजन की रसोइयों तथा स्थानीय ग्रामीणों को आग से बचाव की जानकारी दी गई।
मॉक ड्रील का नेतृत्व अग्नि चालक कृष्णा पंडित ने किया। उन्होंने गैस सिलेंडर में आग लगने की स्थिति में उचित उपाय बताते हुए कहा कि “यदि सिलेंडर में आग लग जाए तो एक सूती कपड़े को पानी में भिगोकर उसे सिलेंडर पर डाल देना चाहिए। इससे सिलेंडर को ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद हो जाती है और आग बुझ जाती है।” उन्होंने यह भी बताया कि हर सिलेंडर पर एक कोड अंकित होता है, जो उसकी वैधता (एक्सपायरी डेट) को दर्शाता है। उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि आग लगने की स्थिति में सिलेंडर को घसीटना या दीवार से टकराना खतरनाक हो सकता है, जिससे विस्फोट की संभावना बढ़ जाती है।
इस अवसर पर अग्निकर्मी नागेंद्र कुमार यादव ने कहा कि “चाहे विद्यालय हो या रसोईघर, अग्निशमन यंत्र की उपस्थिति आवश्यक है। आग लगने की स्थिति में यही उपकरण तुरंत राहत पहुंचाते हैं।”
वहीं अग्निकर्मी रंजीत कुमार यादव ने भी अग्नि सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजेश कुमार चौधरी ने कहा कि “इस प्रकार के जागरूकता अभियान से आगजनी की घटनाओं पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। विद्यालय में हर शनिवार ‘सुरक्षित शनिवार’ के अंतर्गत बच्चों को विभिन्न प्रकार की आपदा प्रबंधन की जानकारी दी जाती है।”
इस मॉक ड्रील में अभिषेक कुमार, आशीष कुमार, अखिलेश कुमार, श्याम बिहारी, जुली कुमारी, राकेश कुमार, सुधांशु कुमार, मीरा कुमारी, अनुपमा कुमारी, किरण कुमारी, शमीमा खातून, प्रदीप कुमार सहित बड़ी संख्या में छात्र, शिक्षक व ग्रामीणों ने भाग लिया।




