अखिलेंद्र कुमार
बिहारशरीफ (अपना नालंदा)।नालंदा जिला महिला कांग्रेस द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक उषा चौबे ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी और बीइंग कमांडर भूमिका सिंह ने जिस साहस और पराक्रम का प्रदर्शन किया, वह भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी के 1971 के युद्धकालीन नेतृत्व की याद दिलाता है। यह घटना देश की महिलाओं की बढ़ती भूमिका और स्वावलंबन का प्रतीक है।
उषा चौबे ने कहा कि आज देश की आधी आबादी महिलाएं हैं, जो अब राजनीतिक भागीदारी में भी सक्रिय और आत्मनिर्भर बन रही हैं। नालंदा जिला, जो कभी विद्युत क्रांति का केंद्र रहा, आज एनडीए सरकार की गलत नीतियों के कारण बर्बादी की ओर बढ़ रहा है, जो अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी चुनावों में नालंदा में कांग्रेस पार्टी महागठबंधन के साथ मिलकर विजयी पताका फहराएगी।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उषा चौबे ने स्वीकार किया कि पिछले चुनावों में राजगीर, नालंदा और हरनौत विधानसभा क्षेत्रों में कुछ कमियों के कारण हार हुई थी, लेकिन इस बार कांग्रेस पार्टी संगठनात्मक आधार पर निर्णय लेगी। धनबल और जातिवाद को दरकिनार कर कर्मठ और सक्रिय कार्यकर्ताओं को ही टिकट दिया जाएगा।
इस अवसर पर जिला समन्वयक सागर पाटिल ने भी कहा कि नालंदा की जमीनी हकीकत से पार्टी नेतृत्व को अवगत करा दिया गया है। यह तय है कि संगठन में कार्य करने वाले निष्ठावान कार्यकर्ताओं को ही टिकट दिया जाएगा।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष नरेश प्रसाद अकेला ने कहा कि उम्मीदवारों का चयन राहुल गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में संजू पांडे, मंजू देवी, राजीव कुमार मुन्ना, प्रदेश प्रतिनिधि संजय पासवान, अखिलेश्वर प्रसाद कुशवाहा, किशोर कुमार समेत कई अन्य नेताओं ने भाग लिया।




