छतियाना गांव में 24 कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ समापन

Written by Sanjay Kumar

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अपना नालंदा संवाददाता
हरनौत। स्थानीय प्रखंड के छतियाना गांव स्थित ठाकुरबाड़ी परिसर में आयोजित चार दिवसीय 24 कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ का समापन सोमवार को पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ। यह महायज्ञ 24 अप्रैल से 28 अप्रैल तक चला, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।

समापन दिवस की शुरुआत देवपूजन एवं विभिन्न संस्कारों के आयोजन से हुई। इसमें एक मुंडन संस्कार तथा 10 दीक्षा संस्कार सहित अन्य संस्कार निःशुल्क कराए गए। इसके पश्चात विधिवत पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ संपन्न किया गया।

गायत्री महामंत्र की दीक्षा कार्यक्रम के दौरान शांतिकुंज हरिद्वार से आए टोली नायक श्रीनिवास तिवारी ने साधकों को संबोधित करते हुए कहा कि गायत्री महामंत्र भौतिक लोक की कामधेनु है, जो सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करती है। आज समाज में व्याप्त समस्याओं का मूल कारण दुर्बुद्धि है और इसका उपचार सद्बुद्धि से ही संभव है। उन्होंने कहा कि गायत्री माता सद्बुद्धि की देवी हैं और गायत्री महामंत्र के नियमित जप से विचार शुद्ध होते हैं, जिसके फलस्वरूप श्रेष्ठ कर्म होते हैं और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं।

समापन के उपरांत लगभग 1500 श्रद्धालुओं को महाप्रसाद (पुरी, सब्जी एवं बुंदिया) वितरित किया गया। इसके बाद मंच पर शांतिकुंज हरिद्वार से आए सभी विद्वानों का अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानपूर्वक विदाई दी गई।

इस महायज्ञ का आयोजन प्रज्ञा मंडल छतियाना के तत्वावधान में किया गया था, जिसमें अजय कुमार सिंह, विनायक कुमार, मुकेश कुमार सहित अन्य सदस्यों का विशेष योगदान रहा।
शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी भव्य आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

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