संजय कुमार
बिहारशरीफ(अपना नालंदा)। जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर रविवार को नालंदा पहुंचे और बिहारशरीफ में पत्रकारों से संवाद करते हुए 11 मई से पार्टी के बड़े अभियान की शुरुआत का ऐलान किया। प्रशांत किशोर ने कहा कि यह अभियान नीतीश कुमार के पैतृक गांव कल्याण बिगहा से शुरू होगा, जहां वे घर-घर जाकर लोगों से हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे। इस अभियान के तीन मुख्य बिंदु नीतीश कुमार से जुड़ी हुईं हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा, “बीते 3-4 वर्षों में आपने जातीय जनगणना की चर्चा सुनी, और 2 अक्टूबर 2023 को आई रिपोर्ट के बाद, 7 नवंबर 2023 को इसे विधानसभा के पटल पर रखा गया। 24 नवंबर 2023 को नीतीश कुमार ने घोषणा की थी कि जातीय जनगणना के आधार पर 94 लाख परिवारों को 2 लाख रुपये की मदद दी जाएगी। यह घोषणा उनके ट्विटर हैंडल पर भी थी, लेकिन सरकार ने इस पर कोई चर्चा नहीं की। जब मैं नालंदा में घूमता हूं तो लोग कहते हैं कि यहां बहुत काम हुआ है, तो मैंने तय किया कि नीतीश कुमार के गांव कल्याण बिगहा में जाकर देखूं कि वहां के लोगों को 2 लाख रुपये मिले हैं या नहीं।”
प्रशांत किशोर ने कहा कि वे 11 मई को इस आंदोलन की शुरुआत कल्याण बिगहा से करेंगे और देखेंगे कि वहां के किसानों को रिश्वत देनी पड़ती है या नहीं। उन्होंने यह भी कहा, “अगर नालंदा में ऐसे हालात हैं, तो बिहार के बाकी हिस्सों का क्या होगा?”
इस हस्ताक्षर अभियान में तीन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जोर दिया जाएगा:
- जिन 94 लाख परिवारों को 2 लाख रुपये की मदद दी जानी थी, उन्हें एक रुपया भी मिला या नहीं।
- जिन महा दलितों ने 18-20 वर्षों तक नीतीश कुमार को सत्ता में बनाए रखा, उन्हें भूमि मिली है या नहीं।
- पूरे बिहार में भूमि सर्वे के नाम पर जो धन उगाही हो रही है, क्या कल्याण बिगहा उससे अछूता है या नहीं।
अशोक चौधरी द्वारा मानहानि के मुकदमे पर PK का पलटवार
अशोक चौधरी द्वारा लगाए गए मानहानि के मुकदमे पर प्रशांत किशोर ने कहा, “हम मानहानि, मुकदमा और एफआईआर से डरने वाले नहीं हैं। जिनका आप नाम ले रहे हैं, वे जितनी बार चाहे मानहानि और एफआईआर कर सकते हैं, लेकिन क्या आपको लगता है कि प्रशांत किशोर डरने वाला है? हम कोई माफिया या सरकारी पद पर नहीं हैं। हम तीन साल से इस अभियान को बिना किसी सुरक्षा के चला रहे हैं।”
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार के बारे में उन्होंने जो बातें कही हैं, वो सच्चाई हैं। उन्होंने कहा, “यह पूरा बिहार जानता है कि नौकरी बेची जा रही है और भूमि सर्वे में सरेआम पैसे लिए जा रहे हैं।” अशोक चौधरी की बेटी को टिकट बेचने के मामले पर भी उन्होंने कहा कि यह चर्चा बिहार के गांव-गांव में है, और उन्हें यह बताने की जरूरत नहीं है।
इस मौके पर पार्टी के अन्य नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद थे, जिन्होंने इस अभियान को लेकर अपनी सक्रियता और समर्थन व्यक्त किया।




