अपना नालंदा संवाददाता
थरथरी ।नालंदा जिले के थरथरी प्रखंड अंतर्गत राजाबाद गांव के संतगुरु प्रसाद ने अपने संघर्ष और लगन से असंभव को संभव कर दिखाया है। उन्होंने प्रतिष्ठित संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 239वीं रैंक प्राप्त कर अपने गांव, प्रखंड और जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।
किसान परिवार से निकलकर अफसर बनने की कहानी
संतगुरु प्रसाद एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता अवधेश सिंह किसान हैं और माता मीना देवी एक गृहिणी हैं। सीमित संसाधनों और आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद संतगुरु ने हार नहीं मानी और अथक परिश्रम करते हुए UPSC जैसे कठिन परीक्षा में सफलता अर्जित की।
शिक्षा की राह में संघर्ष और समर्पण
संतगुरु प्रसाद की प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने हिलसा, बिहार रोड में रहकर आठवीं तक की पढ़ाई पूरी की। दसवीं कक्षा सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, हनुमान नगर, पटना से उत्तीर्ण की और 12वीं विद्या निकेतन, पटना से पास की।
उन्होंने वर्ष 2019 में AIIMS भोपाल से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की और कोरोना काल में AIIMS पटना में जूनियर डॉक्टर के रूप में सेवाएं दीं। डॉक्टर रहते हुए भी उनका सपना था प्रशासनिक सेवा में जाना और उन्होंने इसके लिए लगातार प्रयास किया।
UPSC में चौथी बार में सफलता
संतगुरु ने बताया कि वह पहले तीन बार UPSC की परीक्षा में असफल रहे, लेकिन चौथी बार में उन्होंने सफलता हासिल कर 239वीं रैंक प्राप्त की। उन्होंने कहा कि यह सफलता उनके माता-पिता, शिक्षकों, और मित्रों के सहयोग और प्रेरणा से संभव हो सकी।
परिवार और समाज को गौरव
संतगुरु तीन भाइयों और दो बहनों में सबसे बड़े हैं। उनके छोटे भाई ब्रह्मानंद कुमार कटिहार से एमबीबीएस कर रहे हैं, जबकि सबसे छोटे भाई काशी विश्वनाथ प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। दोनों बहनों की शादी हो चुकी है।
इस सफलता पर गांव में खुशी की लहर है। पूर्व मुखिया रंजीत कुमार यादव और स्थानीय निवासी संजय सिंह ने कहा कि संतगुरु की सफलता से सिर्फ उनके परिवार को नहीं, बल्कि पूरे गांव, प्रखंड और जिले को गर्व हुआ है। उनकी कहानी हर उस छात्र के लिए प्रेरणास्रोत है जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखता है।
संतगुरु प्रसाद की उपलब्धि ने यह साबित कर दिया है कि लगन, परिश्रम और आत्मविश्वास से किसी भी कठिन लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।




