बच्चों व वयस्कों में शुरुआती लक्षणों की पहचान कर दिए गए परामर्श
अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ।हिन्द हेल्थकेयर सेंटर (आदित्य विजन के बगल में) में बुधवार को दमा रोग (Asthma) पर विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य बच्चों एवं वयस्कों में बढ़ते दमा रोग के प्रति जागरूकता फैलाना और समय रहते इसका प्रभावी निदान एवं उपचार सुनिश्चित करना था।
इस शिविर का नेतृत्व वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मोहम्मद साबरी अहसन ने किया। उन्होंने बताया कि दमा एक दीर्घकालिक श्वसन रोग है जो विशेष रूप से बच्चों में एलर्जी, धूल, धुआं और मौसमी बदलाव के कारण तेजी से फैल रहा है। उन्होंने जोर दिया कि प्रारंभिक अवस्था में यदि दमा की पहचान हो जाए, तो इसे प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जा सकता है।
डॉ. अहसन ने बताया कि बच्चों में दमा के सामान्य लक्षणों में लगातार खांसी, सीने में जकड़न, सांस लेने में कठिनाई आदि शामिल हैं। अभिभावकों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों को धूल, तेज गंध, धुआं, अत्यधिक ठंडी वस्तुएं और दूध से बचाना चाहिए, विशेषकर जब दूध से एलर्जी की संभावना हो।
उन्होंने दमा पीड़ितों के लिए संतुलित खानपान, इनहेलर का नियमित उपयोग और चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार जीवनशैली अपनाने पर बल दिया। मसालेदार भोजन, कोल्ड ड्रिंक्स, ठंडी व नमी वाली जगहों से परहेज की भी सलाह दी।
शिविर में लगभग 60 से 70 बच्चों तथा 20 से 35 वयस्कों की स्वास्थ्य जांच की गई। कई बच्चों में दमा के प्रारंभिक लक्षण पाए गए, जिन्हें आवश्यक परामर्श एवं दिशा-निर्देश दिए गए।
डॉ. अहसन ने कहा, “बच्चों का स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। ऐसे स्वास्थ्य शिविर न केवल जागरूकता फैलाने में सहायक होते हैं, बल्कि समय पर इलाज की दिशा में भी अहम भूमिका निभाते हैं।”
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि भविष्य में भी इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें।




