बिहार में पहली बार छत्रपति शिवाजी महाराज सामाजिक समरसता अभियान की होगी शुरुआत: 20 अप्रैल को बिहारशरीफ से उठेगा समरसता का शंखनाद

Written by Sanjay Kumar

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संजय कुमार बिहारशरीफ (अपना नालंदा)।बिहार की ऐतिहासिक धरती पर पहली बार “छत्रपति शिवाजी महाराज सामाजिक समरसता अभियान” का शुभारंभ किया जा रहा है। यह अभियान आगामी 20 अप्रैल 2025, रविवार कि सुबह 11 बजे, बिहारशरीफ के श्रम कल्याण केंद्र मैदान से एक भव्य समारोह के साथ शुरू होगा।

इस संबंध में शुक्रवार को बिहारशरीफ स्थित आईएमए हॉल में आयोजित प्रेस वार्ता में अभियान के संयोजक इंजीनियर प्रणव प्रकाश ने मीडिया को विस्तार से जानकारी दी।शिवाजी महाराज से प्रेरित सामाजिक समरसता की पहलप्रणव प्रकाश ने बताया कि यह अभियान गैर-राजनीतिक एवं सामाजिक जागरूकता पर आधारित एक सकारात्मक पहल है, जिसका उद्देश्य छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन मूल्यों और आदर्शों को आधार बनाकर समाज में सामाजिक समरसता, एकता और सहयोग की भावना को मजबूत करना है।

उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज का जीवन हर वर्ग के लिए प्रेरणास्रोत है। धर्म, संस्कृति और जनकल्याण की रक्षा के लिए उनका समर्पण अतुलनीय था। उन्होंने समाज में मानवीय मूल्यों को स्थापित किया और भारतीय अस्मिता को अक्षुण्ण रखने के लिए हर संघर्ष को स्वीकार किया।

सांस्कृतिक आक्रमणों के विरुद्ध शिवाजी का प्रतिरोधई. प्रणव प्रकाश ने कहा,”जब भारत पर विदेशी आक्रांताओं ने हमारी संस्कृति और पहचान को मिटाने का प्रयास किया, तब छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपार साहस और सूझबूझ का परिचय देते हुए न केवल इन आक्रमणों का डटकर मुकाबला किया,

बल्कि भारतवर्ष की अखंडता और सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा भी की।”उन्होंने यह भी कहा कि शिवाजी महाराज को उनके जीवनकाल में और उसके पश्चात भी समाज के सभी वर्गों से जो सम्मान प्राप्त हुआ, वह उनके न्यायप्रिय, समावेशी और उदार शासन का प्रमाण है।

समाज के वंचित वर्गों के हित में शिवाजी की नीतियांप्रणव प्रकाश ने आगे बताया कि शिवाजी महाराज ने दलितों, पिछड़े वर्गों, महिलाओं और वंचित समुदायों के लिए समान अवसर और सम्मान सुनिश्चित किया था। उनके शासनकाल में सामाजिक न्याय की ठोस नीतियां लागू थीं, जो आज के संदर्भ में भी अत्यंत प्रासंगिक हैं।

जनसहभागिता से बनेगा समरस समाज: प्रणव प्रकाश की अपीलप्रेस वार्ता के अंत में ई. प्रणव प्रकाश ने बिहारवासियों से इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा,”आज आवश्यकता है कि हम सभी मिलकर शिवाजी महाराज के आदर्शों को आत्मसात करें और एक समरस, संगठित और सशक्त समाज के निर्माण की दिशा में सक्रिय योगदान दें।

“इस मौके पर अभियान से जुड़े अन्य प्रमुख सदस्य दिलीप मंडल, कुंदन कुमार, हरिहर प्रसाद सिंह, दीप गौरव सहित कई अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। सभी ने इस ऐतिहासिक पहल को समाज के लिए नवदिशा और नवचेतना का प्रतीक बताया।

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