अपना नालंदा संवाददाता
हरनौत । प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को मिलने वाला मध्याह्न भोजन अब पहले से थोड़ा और पोषणयुक्त होने की संभावना है, क्योंकि सरकार ने पीएम पोषण योजना (मध्याह्न भोजन) के तहत मिलने वाली राशि में वर्षों बाद वृद्धि की है।
हरनौत प्रखंड के एमडीएम बीआरपी शंभू प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि यह नई दरें 1 मई 2025 से प्रभावी होंगी। उन्होंने बताया कि प्रखंड के 8 विद्यालयों में यह योजना एनजीओ के माध्यम से, जबकि 115 विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समिति के द्वारा संचालित की जा रही है।
प्रखंड स्तर पर योजना के तहत:
- प्राथमिक विद्यालयों में लगभग 1.91 लाख बच्चों को,
- जबकि मध्य विद्यालयों में लगभग 89 हजार बच्चों को भोजन उपलब्ध कराया जाता है।
नई दरों के अनुसार:
- प्राथमिक विद्यालयों में भोजन की राशि प्रति छात्र 6.78 रुपये कर दी गई है, जो पहले की तुलना में 59 पैसे अधिक है।
- वहीं मध्य विद्यालयों के लिए यह दर 10.17 रुपये प्रति छात्र निर्धारित की गई है, जिसमें 88 पैसे की वृद्धि की गई है।
इस निर्णय का प्रखंड के शिक्षकों ने स्वागत किया है। हालांकि, कुछ शिक्षकों ने यह भी चिंता जताई कि लगातार बढ़ती महंगाई के मुकाबले यह वृद्धि नाममात्र की है।
शिक्षकों ने कहा कि बीते दो वर्षों में खाद्यान्न, सब्जियों, मसालों और अन्य आवश्यक वस्तुओं के दामों में 60 से 70 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। ऐसे में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराना विद्यालयों के लिए चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है।
एक शिक्षक ने कहा,
“सरकार की पहल सराहनीय है, लेकिन वर्तमान मूल्य वृद्धि के संदर्भ में यह राशि ऊंट के मुंह में जीरे के समान प्रतीत होती है।” उन्होंने यह भी बताया कि यदि सरकार बच्चों की सेहत और शिक्षा के स्तर को गंभीरता से लेती है तो मध्याह्न भोजन योजना के बजट में और बढ़ोतरी की आवश्यकता है।




