अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ। नालंदा कॉलेज के भूगोल विभाग द्वारा स्नातकोत्तर (पीजी) छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान देने के उद्देश्य से एक शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्रों को नवादा जिले की पहाड़ियों और ककोलत जलप्रपात के भौगोलिक महत्व को समझने के लिए ले जाया गया।
भ्रमण के दौरान छात्रों ने ककोलत जलप्रपात के जल प्रवाह, चट्टानों की संरचना, वनस्पति तथा जैव विविधता का अवलोकन किया। साथ ही क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई। कुल 30 छात्र-छात्राओं के इस अध्ययन दल का नेतृत्व भूगोल विभाग के शिक्षक डॉ. रामानुज चौधरी और मोहम्मद अली ने किया।
इस अवसर पर भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ. भावना ने बताया कि स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में फील्ड सर्वेक्षण अनिवार्य होता है, जिससे छात्रों को विषय के सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक अनुभव भी प्राप्त होता है।
भ्रमण से पूर्व कॉलेज परिसर में एक परिचयात्मक सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें विभाग की शिक्षिका डॉ. प्रीति रानी ने छात्रों को सर्वेक्षण के महत्व तथा ककोलत क्षेत्र की जैव विविधता व पर्यटन की संभावनाओं पर जानकारी दी।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रामकृष्ण परमहंस ने इस शैक्षणिक यात्रा के लिए भूगोल विभाग को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि भूगोल जैसे विषय को फील्ड विज़िट के माध्यम से ही गहराई से समझा जा सकता है।
भूगोल विभाग के अन्य शिक्षक डॉ. सिंधु और डॉ. अनिल कुमार अकेला ने भी छात्रों को सफल सर्वेक्षण के लिए शुभकामनाएँ दीं।