अपना नालंदा संवाददाता बिहारशरीफ। सोमवार को इंसाफ मंच, नालंदा इकाई द्वारा भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर एवं महात्मा ज्योतिराव फुले की जयंती तेतरावां गांव में मनाई गई।
इस अवसर पर मंच के संयोजक एडवोकेट सरफराज अहमद खान ने बताया कि यह आयोजन देश में बढ़ रही नफरत और पक्षपात की राजनीति के विरुद्ध लोकतंत्र, संविधान, भाईचारा एवं सामाजिक एकता को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त शिक्षक भातेश्वर प्रसाद यादव ने की, जबकि संचालन शिक्षक अशोक कुमार ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत एक मिनट के मौन के साथ की गई, जिसमें देश की आजादी के लिए शहीद हुए स्वतंत्रता सेनानियों, जलियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों एवं हाल ही में आए तूफान में बिहार व नालंदा जिले में मृत लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। वक्ताओं ने सरकार से मांग की कि तूफान में मारे गए लोगों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) के नेता सुनील ने डॉ. आंबेडकर के प्रेरणास्पद नारे “शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो” को दोहराया। शिक्षक अश्वर प्रसाद ने कहा कि सामाजिक समरसता और समानता के लिए जात-पात, छुआछूत और रंगभेद से ऊपर उठकर समाज को एकजुट करना होगा।सभा को अश्वर चंद्र वर्मा, देवेंद्र प्रसाद वर्मा, विजेंद्र रविदास, राजनंदन प्रसाद और अशोक कुमार सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया।