अखिल भारतीय साधारण सभा 2025 : सांस्कृतिक एकता और शैक्षिक नवोन्मेष का प्रेरणादायी उत्सव

Written by Sanjay Kumar

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अपना नालंदा संवाददाता बिहारशरीफ।अखिल भारतीय साधारण सभा 2025 का आयोजन पूज्य तपस्वी श्री जगजीवन जी महाराज सरस्वती विद्या मंदिर, हसनपुर, राजगीर के लिए एक ऐतिहासिक एवं स्मरणीय क्षण बन गया।

यह आयोजन केवल एक साधारण सभा नहीं, बल्कि भारतवर्ष की सांस्कृतिक एकता, राष्ट्रीय विचारधारा और शैक्षिक नवाचार का उत्सव बनकर उभरा, जिसमें देशभर से पधारे प्रतिनिधियों ने अपने अनुभवों और विचारों से आयोजन को एक नया आयाम दिया।

अभय कांत पोद्दार द्वारा लिखित इस भावनात्मक अभिव्यक्ति में बताया गया कि यह अवसर न केवल वर्तमान की उपलब्धियों का उत्सव था, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणास्रोत भी है।

सभा के माध्यम से यह स्पष्ट हुआ कि समर्पण, सहयोग और संस्कार की भावना ही किसी भी महान उद्देश्य की सफलता की कुंजी होती है।सभा में विभिन्न प्रांतों से आए गणमान्य प्रतिनिधियों ने अपने-अपने अनुभव, योजनाएँ और दृष्टिकोण साझा किए, जिससे एक समृद्ध विचार-संगम निर्मित हुआ।

हर क्षण, हर विचार, और हर सहभागिता ने इस आयोजन को एक जीवंत दस्तावेज़ बना दिया, जो आने वाली पीढ़ियों को न केवल मार्गदर्शन देगा, बल्कि राष्ट्रीय एकता और शैक्षिक समर्पण का संदेश भी देगा।

इस आयोजन की सफलता के पीछे मंच के आगे और पीछे काम करने वाले सैकड़ों कर्मयोगियों का समर्पण रहा। आयोजकों, शिक्षकों, सेवाभावी कार्यकर्ताओं, विद्यार्थियों और व्यवस्थापकों के अथक परिश्रम के बिना यह संभव नहीं हो सकता था।

प्रचार-प्रसार विभाग की ओर से उन सभी को हृदय से नमन किया गया है।यह आयोजन हमें उस भावना से जोड़ता है, जो “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के संकल्प को साकार करने की दिशा में हमें प्रेरित करता है।

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