संजय कुमार
बिहारशरीफ(अपना नालंदा)। वर्तमान समय में शिक्षा का डिजिटलीकरण हो चुका है। ऐसी स्थिति में यह अत्यंत आवश्यक है कि बच्चों को आधुनिक एवं तकनीकी रूप से सुसज्जित शिक्षा सरल और सुलभ रूप में प्राप्त हो। इस दिशा में विद्या भारती सरकार और देश के प्रमुख शैक्षिक संस्थानों के साथ मिलकर महायज्ञ स्वरूप कार्य कर रही है, ताकि भावी पीढ़ी केवल शिक्षित ही नहीं, बल्कि तकनीकी रूप से दक्ष और आत्मनिर्भर बन सके।
उक्त बातें विद्या भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डी. रामकृष्ण राव ने बुधवार को पूज्य तपस्वी जगजीवन जी महाराज सरस्वती विद्या मंदिर परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए विद्या भारती विद्यालयों में नई शैक्षणिक पद्धति को लागू किया गया है, जिससे विद्यार्थी वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना कर सकें।
उन्होंने बताया कि विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान की वार्षिक साधारण सभा 11 अप्रैल से 13 अप्रैल 2025 तक हसनपुर, राजगीर स्थित पूज्य तपस्वी जगजीवन जी महाराज सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित की जाएगी। इसमें देश के विभिन्न राज्यों से 350 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे।
प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय महामंत्री अवनीश भटनागर ने विद्या भारती की विस्तार यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि संस्था की शुरुआत वर्ष 1952 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से प्रथम सरस्वती शिशु मंदिर की स्थापना के साथ हुई थी। वर्तमान में विद्या भारती 684 जिलों में 12,098 औपचारिक विद्यालयों का संचालन कर रही है, जिनमें से लगभग 100 विद्यालय आवासीय हैं।
200 से अधिक विद्यालय सीबीएसई और शेष राज्य बोर्डों से संबद्ध हैं। वहीं, 9400 से अधिक अनौपचारिक शिक्षा केंद्र पूर्वोत्तर, जनजातीय क्षेत्रों एवं शहरी झुग्गियों में निःशुल्क संचालित हो रहे हैं। इन सभी विद्यालयों में लगभग 36 लाख छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं और 1.54 लाख शिक्षक इन विद्यार्थियों को नैतिक मूल्यों व नवीन शैक्षणिक कौशल से सुसज्जित करने का कार्य कर रहे हैं।
विद्या भारती उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी 60 महाविद्यालयों व एक विश्वविद्यालय, साथ ही आईटीआई, कृषि विज्ञान केंद्र, सैनिक विद्यालय एवं कौशल विकास केंद्रों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में सहयोग कर रही है।
राष्ट्रीय महामंत्री ने बताया कि आगामी साधारण सभा में संगठन के कार्यों की समीक्षा, नई योजनाओं की रूपरेखा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में विद्या भारती की भूमिका को लेकर विस्तृत चिंतन-मनन होगा। सभा का उद्घाटन 11 अप्रैल 2025 को राष्ट्रीय अध्यक्ष डी. रामकृष्ण राव की अध्यक्षता में होगा।
इस अवसर पर अध्यात्मिक गुरु संत जियर स्वामी जी महाराज मुख्य अतिथि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल जी, और विद्या भारती के संगठन मंत्री गोविंद चंद महंत जी मंचासीन रहेंगे।
12 अप्रैल की संध्या में विद्यालय की घोष दल द्वारा प्रदर्शन एवं रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा, जिसमें भारतीय संस्कृति की अद्भुत झलक देखने को मिलेगी।
सभा का समापन 13 अप्रैल 2025 को प्रेरणास्पद उद्बोधनों के साथ होगा।
इस पत्रकार वार्ता में विद्या भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम जी, प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा, सह मंत्री एवं विद्यालय सचिव प्रो. राणा पुरुषोत्तम कुमार सिंह, क्षेत्रीय प्रचार संयोजक नवीन सिंह परमार, प्रांतीय प्रचार प्रमुख गिरीश कुमार द्विवेदी और प्रधानाचार्य अनंत कुमार सिन्हा उपस्थित रहे।