अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ । रहुई नगर पंचायत में वित्तीय अनियमितताओं और मनमाने प्रशासनिक रवैये को लेकर सोमवार को राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई। नगर पंचायत के उपाध्यक्ष अनिल पांडेय के नेतृत्व में कुल नौ वार्ड पार्षदों ने बिहारशरीफ स्थित नगर आयुक्त कार्यालय पहुंचकर नगर कार्यपालक पदाधिकारी (एमईओ) सानंद सुंदरम और मुख्य पार्षद प्रतिनिधि अलबेला राय के विरुद्ध एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में पार्षदों ने आरोप लगाया कि नगर पंचायत में सीमित संख्या में सफाईकर्मी कार्यरत हैं, फिर भी कागजों पर बड़ी संख्या में संविदा पर नियुक्तियाँ दर्शाई गई हैं, जो संदेहास्पद है। साथ ही, डाटा इंट्री ऑपरेटर सुबोध कुमार की लॉगिन आईडी का दुरुपयोग करते हुए जैम पोर्टल से अनाधिकृत तरीके से सामग्री की खरीदारी की जा रही है।
पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि बिना निविदा के वाहनों के माध्यम से सैरात वसूली की जा रही है, जिससे हर महीने लगभग दो लाख रुपये की आमदनी होती है, लेकिन वह राशि नगर पंचायत के कोष में जमा नहीं की जाती। पार्षदों ने वर्ष 2023-24 में की गई सभी खरीदारी की निष्पक्ष जांच कराने की भी मांग की है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि नगर पंचायत क्षेत्र में सफाई व्यवस्था बदहाल हो चुकी है। नियमित फॉगिंग और ब्लीचिंग का कार्य नहीं हो रहा है, जिससे आमजन को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पार्षदों ने यह भी शिकायत की कि उन्हें विकासात्मक कार्यों से जानबूझकर वंचित किया जा रहा है और विरोध करने पर धमकी दी जाती है।
नाराज पार्षदों ने चेतावनी दी है कि यदि इन सभी मामलों की शीघ्र निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच नहीं कराई गई, तो आम जनता का नगर प्रशासन से विश्वास उठ जाएगा और वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।