मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने राम के आदर्शों को जीवन में अपनाने का दिया संदेश
संजय कुमार
बिहारशरीफ (अपना नालंदा। रामनवमी के पावन अवसर पर रविवार को बिहारशरीफ में एक भव्य और ऐतिहासिक शोभा यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धा, भक्ति और उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिला। यह शोभा यात्रा श्रम कल्याण केंद्र मैदान से प्रारंभ होकर बाबा मणिराम मंदिर तक गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। यात्रा मार्ग पर जगह-जगह श्रद्धालुओं के स्वागत में लोगों ने जलपान और भंडारे की व्यवस्था की थी।




इस अवसर पर बिहार सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री एवं बिहारशरीफ विधायक डॉ. सुनील कुमार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने शोभा यात्रा में सम्मिलित होकर श्रद्धालुओं के बीच पहुंचकर सभी को रामनवमी की शुभकामनाएं दीं। मंत्री ने शोभा यात्रा के मंच से उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, “रामनवमी केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि यह हमारे जीवन में मर्यादा, सत्य और न्याय के मूल्यों को स्थापित करने का अवसर है। भगवान राम का जीवन सामाजिक सद्भाव, आदर्श शासन और कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक है।”
डॉ. कुमार ने आगे कहा कि रामनवमी के पावन अवसर पर यह संकल्प लेना चाहिए कि हम सभी अपने जीवन में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों को आत्मसात करें। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी सरकार धार्मिक स्थलों के विकास को प्राथमिकता दे रही है, ताकि ये स्थान न केवल आस्था का केंद्र बने रहें, बल्कि पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित हों और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकें।
शोभा यात्रा में विभिन्न झांकियों के माध्यम से रामायण के प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया, जिनमें भगवान राम का जन्म, वनवास, सीता हरण, हनुमान का लंका जाना और रावण वध जैसे दृश्य शामिल थे। इन झांकियों को देखने के लिए रास्ते के दोनों ओर भारी संख्या में लोग उमड़े रहे। यात्रा के दौरान भक्तिमय भजन-कीर्तन और डीजे की धुन पर झूमते युवाओं ने उत्सव को और रंगीन बना दिया।
इस अवसर पर मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा, “प्रकृति की रक्षा करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे हर रविवार अपने परिवार के किसी सदस्य के नाम से एक पौधा लगाएं और उसकी देखभाल को अपना धर्म समझें।”
शोभा यात्रा को लेकर प्रशासन द्वारा सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी, जिससे यात्रा पूरी तरह शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हुई।




