अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ । चैती नवरात्रि के अष्टमी तिथि पर शनिवार को नालंदा जिले के विभिन्न हिस्सों में मां दुर्गा और मां काली की भव्य पूजा-अर्चना की गई। रहुई प्रखंड अंतर्गत भागन बीघा ओपी क्षेत्र के मिल्की गांव स्थित पचासा पुल के पास स्थापित मां काली की प्रतिमा पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
खासकर महिलाओं ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ ‘गोद भराई’ की रस्म निभाई। इस दौरान महिलाओं ने मंगल गीतों के साथ पूजा करते हुए मां काली से परिवार की सुख-समृद्धि और संतान सुख की कामना की। श्रद्धालु ‘जय माता दी’ के जयकारों के साथ पूरी आस्था से पूजा-अर्चना में जुटे रहे। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने मां काली के दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया।
वहीं, वेना थाना क्षेत्र के बगौरिया गांव में भी मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर विधिवत पूजा-अर्चना की जा रही है। गांव की महिलाओं और युवतियों ने पूरे श्रद्धा भाव से मां दुर्गा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पूजा की। नौ दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक अनुष्ठान में ग्रामीणों की सहभागिता देखते ही बनती है।
बगौरिया गांव में नवमी और दशमी तिथि को पारंपरिक मेले का आयोजन किया जाता है, जो यहां की वर्षों पुरानी परंपरा रही है। इस मेले में स्थानीय लोगों के अलावा आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। बच्चों के लिए झूले और खिलौने, महिलाओं के लिए चूड़ी-बिंदी और पूजा सामग्री की दुकानें आकर्षण का केंद्र होती हैं।
वेना थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि मेले और पूजा स्थलों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ गश्ती दल भी सक्रिय रहेगा ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके।




