नालंदा में जीविका समूह का भोजनालय – क्या यह गरीबों के लिए वरदान साबित होगा?
Contents
- 1 नालंदा में जीविका समूह का भोजनालय – क्या यह गरीबों के लिए वरदान साबित होगा?
- 2 सस्ते और गुणवत्तापूर्ण भोजन की सुविधा – आम जनता को कितनी राहत?
- 3 क्या जीविका दीदियों की यह पहल आत्मनिर्भर बिहार की ओर एक बड़ा कदम है?
- 4 गरीबों के लिए भोजनालय खोलना कितना जरूरी?
- 5 सरकार और समाज की साझेदारी – क्या यह बदलाव ला सकता है?
- 6 सामाजिक सरोकार: परासी गांव में जरूरतमंदों के बीच कंबल और साड़ी वितरण – एक प्रेरक पहल
- 7 बिहारशरीफ में डंपिंग पॉइंट बना लोगों के लिए अभिशाप, शिकायतों के बाद भी नहीं हुआ समाधान
- 8 जिलाधिकारी का औचक निरीक्षण: बालिका विद्यालय के विकास पर दिए कड़े निर्देश
- 9 लहेरी थाना में बड़ी कार्रवाई: अवैध हथियारों संग दो गिरफ्तार, नकली लाइसेंस भी बरामद
- 10 नेहुसा की कृतिका भावना बनीं बीएओ: बीपीएससी में 1451वां रैंक प्राप्त कर हासिल की सफलता
- 11 सरथा पंचायत में कचरा उठाव कार्य तीन साल से बंद: स्वच्छता कर्मियों की बकाया वेतन भी लंबित
- 12 बिहारशरीफ में आयोजित होगा अखिल भारतीय रविदासिया धर्म का जिला सम्मेलन: संत रविदास के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने का संदेश
- 13 बिहार लोक शिकायत निवारण अधिनियम के तहत जिलाधिकारी द्वारा 27 मामलों की सुनवाई: समाधान की ओर एक कदम और
- 14 बिहार की संस्कृति से अभिभूत हुए असम के प्रतिभागी, सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम ने नई दिशा दी
- 15 मैरा बरीठ पंचायत सरकार भवन का सौंदर्यीकरण, पर्यावरण संरक्षण का संदेश
- 16 राजगीर में 10-11 फरवरी को कुर्मी महासमागम, राष्ट्रीय राजनीति में मील का पत्थर
- 17 नूरसराय में अपराध की योजना बनाते पाँच अपराधी गिरफ्तार, हथियार बरामद
- 18 पीएलएम में कन्या मवि की शिक्षिका पम्मी प्रथम
- 19 पैक्स चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न, कुल 49.66 प्रतिशत वोटिंग
- 20 गिरियक के पुरैनी पंचायत में शांतिपूर्ण तरीके से हुआ पैक्स अध्यक्ष पद का मतदान
- 21 कॉंग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे से नई दिल्ली में भागीरथ मांझी की मुलाकात
- 22 टी.एल.एम मेला-02: बच्चों के सर्वांगीण विकास में नया कदम, जानें इस आयोजन की खासियत!
- 23 बिहार में हर क्षेत्र में विकास की नई मिसाल, जानें मंत्री श्रवण कुमार ने क्या कहा!
- 24 बकायेदारों के लिए अलर्ट! जानें कैसे नालंदा में हो रहा है वारंट अभियान का संचालन
- 25 नालंदा पैक्स चुनाव में बोगस वोटिंग का आरोप, हंगामे के बाद पुलिस ने जब्त किए आधार कार्ड!
- 26 बस्ती से दिलीप, जबकि नेहुसा से विपिन बने पैक्स अध्यक्ष – मतगणना में दिखा जबरदस्त उत्साह
बिहार में गरीबों को सस्ता और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है, इसी सोच को साकार करने के लिए नालंदा के जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने आज अनुमंडल कार्यालय, बिहारशरीफ परिसर में जीविका समूह द्वारा संचालित भोजनालय का फीता काटकर उद्घाटन किया। यह पहल कितना प्रभावी साबित होगी? क्या इससे गरीबों को राहत मिलेगी?
सस्ते और गुणवत्तापूर्ण भोजन की सुविधा – आम जनता को कितनी राहत?
बिहार सरकार की गरीबी उन्मूलन योजना के तहत शुरू किए गए इस भोजनालय में गुणवत्तापूर्ण चाय, नाश्ता, भोजन और शुद्ध पेयजल आमजनों को उचित दामों पर उपलब्ध कराया जा रहा है। लेकिन सवाल यह है कि क्या इस पहल से गरीबों को भरपेट और सस्ता भोजन मिल सकेगा? क्या अन्य जिलों में भी ऐसे भोजनालय खोले जाएंगे?
क्या जीविका दीदियों की यह पहल आत्मनिर्भर बिहार की ओर एक बड़ा कदम है?
इस भोजनालय का संचालन जीविका समूह की मुन्नी देवी दीदी और उनकी टीम द्वारा किया जा रहा है। यह सिर्फ एक भोजनालय नहीं, बल्कि महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक अहम प्रयास है। क्या यह मॉडल बिहार के अन्य जिलों में भी लागू किया जा सकता है? क्या इससे अधिक महिलाओं को रोजगार मिलेगा?
गरीबों के लिए भोजनालय खोलना कितना जरूरी?
आज भी समाज के एक बड़े हिस्से को दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करना पड़ता है। ऐसे में यह पहल कितना असर डालेगी? क्या यह गरीबों की भूख मिटाने में सफल रहेगा?
सरकार और समाज की साझेदारी – क्या यह बदलाव ला सकता है?
इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी, जिला परियोजना प्रबंधक जीविका, जीविका दीदी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। लेकिन सवाल यह है कि क्या सरकार और समाज मिलकर ऐसी और योजनाएं लागू करेंगे?
आपका क्या विचार है? क्या इस तरह की पहल समाज में बदलाव लाने के लिए पर्याप्त है? अपनी राय कमेंट में बताएं!
सामाजिक सरोकार: परासी गांव में जरूरतमंदों के बीच कंबल और साड़ी वितरण – एक प्रेरक पहल
नूरसराय, परासी – ठंड के इस मौसम में, जब ठिठुरते हुए लोग सहारा चाहते हैं, तो समाजसेवियों द्वारा उठाए गए कदम न केवल मानवता का प्रतीक होते हैं, बल्कि यह समर्पण और सहयोग का भी उदाहरण पेश करते हैं। समाजसेवी प्रभा शंकर सिंह उर्फ भासो सिंह और उनकी धर्मपत्नी बबिता देवी ने नूरसराय प्रखंड के परासी गांव में निजी कोष से कंबल और साड़ी वितरण का आयोजन किया, जिससे जरूरतमंदों को ठंड से राहत मिली। इस पहल ने न केवल समाज में संवेदनशीलता का संदेश दिया, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव की संभावना को भी उजागर किया।
जरूरतमंदों के लिए ठंड में राहत देने वाली पहल
समाजसेवियों द्वारा आयोजित इस वितरण कार्यक्रम में 50 जरूरतमंदों को कंबल प्रदान किए गए और उन्हें खीर भी खिलाई गई, जिससे उनके चेहरे पर मुस्कान आ गई। क्या यह पहल अन्य समाजसेवियों को भी प्रेरित कर सकती है? कंबल वितरण कार्यक्रम का उद्देश्य केवल ठंड से राहत देना नहीं था, बल्कि यह एक सशक्त समाज की ओर बढ़ते हुए कदम भी था, जहां लोगों की मदद करना सबसे बड़ा कर्तव्य माना जाता है।
क्या समाज में इस तरह की पहल से सकारात्मक बदलाव संभव है?
यह पहल समाज में एक मानवीय भावना और एकता को बढ़ावा देती है। जब समाज का हर व्यक्ति एक दूसरे की मदद के लिए आगे आता है, तो यह समाज में सशक्त और सकारात्मक बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होता है। क्या इस तरह की पहल अन्य क्षेत्रों में भी लागू की जा सकती है, ताकि समाज में समानता और सहानुभूति का माहौल बने?
क्या इस पहल से समाज में और लोगों को प्रेरणा मिलेगी?
गांववासियों ने समाजसेवी दंपति को आशीर्वाद दिया और उनकी सराहना की, जिससे यह कदम एक प्रेरणा बन गया। इस पहल ने यह साबित किया कि मानवीय कार्य और समाज की सेवा सबसे बड़ा उद्देश्य होना चाहिए। क्या यह पहल समाज के अन्य लोगों को भी मदद के लिए आगे आने की प्रेरणा देगी?
समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए आवश्यक कदम
समाज में बदलाव लाने के लिए इस तरह की पहल बहुत महत्वपूर्ण है। यह दिखाता है कि समाज के हर व्यक्ति का योगदान समाज की समृद्धि और सशक्तिकरण में कितनी अहम भूमिका निभाता है। क्या इस तरह की पहल से समाज में एक नया बदलाव आएगा, और क्या हम सभी को मिलकर ऐसे कार्यों को बढ़ावा देना चाहिए?
कंबल और साड़ी वितरण, समाजसेवियों की मदद, और मानवता के लिए कदम – यह सब एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकते हैं। क्या आपको लगता है कि इस प्रकार के कदम समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं?
बिहारशरीफ में डंपिंग पॉइंट बना लोगों के लिए अभिशाप, शिकायतों के बाद भी नहीं हुआ समाधान
बिहारशरीफ – जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के मघड़ा कॉम्प्लेक्स के सामने, बेलछी हाउस के पास और बुल्लक कुआं सहित आसपास के मोहल्लों में डंपिंग पॉइंट बन चुका है, जो दुकानदारों और मोहल्लेवासियों के लिए बड़ा सिरदर्द बन चुका है। इस कारण उन्हें दिन-प्रतिदिन की जिंदगी में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
डंपिंग पॉइंट की समस्या: क्या है इसका कारण?
गली-मोहल्लों में बिखरे कचरे और लावारिस जानवरों के कारण यह क्षेत्र हमेशा गंदगी से घिरा रहता है। क्या अब तक नगर निगम और स्थानीय प्रशासन इस गंभीर समस्या का हल क्यों नहीं ढूंढ पाए? दुकानदारों और मोहल्लेवासियों ने कई बार अपनी शिकायतें मेयर, नगर आयुक्त और वार्ड पार्षद को दीं, लेकिन किसी भी स्तर पर इस समस्या का समाधान नहीं हुआ।
क्या आश्वासन देने से समस्या का समाधान होता है?
सुरेश कुमार, एक दुकानदार, जो इस समस्या से जूझ रहे हैं, ने बताया कि नगर निगम चुनाव से पहले उन्होंने मनोज कुमार तांती से भी इस मुद्दे को उठाया था। तब उन्हें यह आश्वासन दिया गया था कि मेयर बनने के बाद समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। क्या यह आश्वासन सिर्फ चुनावी राजनीति तक सीमित रह जाएगा, या वाकई में प्रशासन इस समस्या का समाधान करेगा?
क्या कचरे और लावारिस जानवरों के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं?
मोहल्लेवासियों का कहना है कि डंपिंग पॉइंट पर गंदगी के कारण ठेला और रिक्शा के आवागमन में दिक्कत हो रही है। वहीं, लावारिस साड़ और गायों ने कई लोगों को घायल कर दिया है। क्या अब प्रशासन को इस गंभीर खतरे को नजरअंदाज करना उचित होगा, या वह तुरंत कदम उठाएंगे?
क्या दुकानदारों की आर्थिक स्थिति भी खराब हो रही है?
सुरेश प्रसाद जैसे दुकानदारों का कहना है कि कचरे और दुर्गंध के कारण उनके पास ग्राहक नहीं आ रहे हैं। इस गंदगी के कारण दुकानदारों के व्यापार पर असर पड़ रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो रही है। क्या प्रशासन को इस समस्या के प्रति और गंभीरता से सोचना चाहिए?
क्या नगर निगम इस बार गंभीर कदम उठाएगा?
अब यह देखना है कि जिलाधिकारी के निर्देशों के बाद नगर निगम इस समस्या का समाधान करने के लिए कितना गंभीर कदम उठाता है। क्या नगर निगम अपने दायित्वों को निभाते हुए समस्या का समाधान करेगा, या यह गंदगी का ढेर बना रहेगा? क्या मोहल्ले के निवासी और दुकानदार इस बार प्रशासन से सही समाधान की उम्मीद कर सकते हैं?
जिलाधिकारी का औचक निरीक्षण: बालिका विद्यालय के विकास पर दिए कड़े निर्देश
नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने नव निर्मित +2 कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय, बिन्द का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय के विकास कार्यों का जायजा लिया और कई चौंकाने वाले निर्देश दिए।
क्या बालिकाओं को जल्द मिलेंगी नई सुविधाएं?
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि खेल मैदान का शीघ्र विकास किया जाए। साथ ही विद्यालय में विद्युत आपूर्ति, रंग रोगन और फेबर ब्लॉक लगाने जैसे कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने का आदेश दिया।
आखिर कब पूरा होगा निर्माण कार्य?
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित पदाधिकारियों को कार्य में तेजी लाने की सख्त हिदायत दी। इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
अब देखना यह होगा कि जिलाधिकारी के इन सख्त निर्देशों के बाद विद्यालय के विकास कार्य कितनी जल्दी पूरे होते हैं और बालिकाओं को बेहतर सुविधाएं कब तक मिलती हैं।
लहेरी थाना में बड़ी कार्रवाई: अवैध हथियारों संग दो गिरफ्तार, नकली लाइसेंस भी बरामद
बिहारशरीफ: लहेरी थाना क्षेत्र में पुलिस ने अवैध हथियारों की बरामदगी करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई 27-28 जनवरी की रात करीब 1:00 बजे हुई। रात्रि गश्ती के दौरान पुलिस अधिकारी सिद्धार्थ आनंद ने रामचंद्रपुर बस स्टैंड स्थित स्मार्ट बाजार के पास एक संदिग्ध स्कॉर्पियो (रजिस्ट्रेशन नंबर: 8801HF-7005) को रोका। वाहन की तलाशी लेने पर एक नाली बंदूक, दो नाली बंदूक, 17 जिंदा कारतूस और नकली आर्म्स लाइसेंस बरामद किया गया।
क्या है गिरफ्तार आरोपियों की पहचान?
गिरफ्तार अभियुक्त सत्येंद्र पासवान (नौरंगा, थाना- देवकुंड, जिला- औरंगाबाद) और रामजी पासवान (एस्टरी, थाना- उपहारा, जिला- औरंगाबाद) के रूप में पहचाने गए हैं। पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों को थाना से पीआर बांड पर मुक्त कर दिया गया है।
क्या हथियारों का हो चुका है आपराधिक इस्तेमाल?
पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन हथियारों का उपयोग किसी अपराध में किया गया है या नहीं। गिरफ्तार आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है।
छापेमारी दल में कौन थे शामिल?
इस कार्रवाई में लहेरी थाना प्रभारी सिद्धार्थ आनंद, सिपाही करीना कुमारी और गृहरक्षक प्रदीप कुमार की टीम शामिल थी।
पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई ने अपराधियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस जांच से और कौन-कौन से खुलासे होते हैं।
नेहुसा की कृतिका भावना बनीं बीएओ: बीपीएससी में 1451वां रैंक प्राप्त कर हासिल की सफलता
हरनौत (नालंदा): स्थानीय प्रखंड के नेहुसा गांव निवासी विजय कुमार आजाद की पुत्री कृतिका भावना ने बीपीएससी परीक्षा में 1451वां रैंक हासिल किया है। इस सफलता के साथ ही उन्हें प्रखंड कृषि पदाधिकारी (बीएओ) का पद सौंपा गया है। कृतिका की सफलता ने उनके परिवार और गांव में खुशी की लहर दौड़ा दी।
कृतिका की शिक्षा यात्रा
कृतिका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लोयोला स्कूल हरनौत से प्राप्त की और फिर 12वीं की पढ़ाई राजकीय हाई स्कूल नौबतपुर (दानापुर) से की। इसके बाद, उन्होंने यूजी की डिग्री सबौर विश्वविद्यालय से प्राप्त की और एमएससी की डिग्री विश्वभारती यूनिवर्सिटी, पश्चिम बंगाल से हासिल की। इस पूरी यात्रा में कृतिका ने पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त की।
क्या है कृतिका की सफलता का राज?
कृतिका का कहना है कि यह सफलता उनके माता-पिता की मेहनत और समर्थन का परिणाम है। उन्होंने बताया कि उनका सपना हमेशा से ही एक सरकारी नौकरी पाने का था, और अब उसे पूरा करने का मौका मिला है।
कृतिका की इस उपलब्धि पर नेहुसा पंचायत की मुखिया मंजुषा कुमारी, सरपंच प्रेम राज, पंचायती प्रतिनिधि मिथुन कुमार समेत अन्य लोगों ने उन्हें बधाई दी है।
अब देखना यह होगा कि कृतिका अपने नए पद पर किस तरह से काम करती हैं और यह सफलता अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनती है।
सरथा पंचायत में कचरा उठाव कार्य तीन साल से बंद: स्वच्छता कर्मियों की बकाया वेतन भी लंबित
हरनौत (नालंदा): स्थानीय प्रखंड के सरथा पंचायत में कचरा उठाव का कार्य पिछले तीन वर्षों से बंद पड़ा हुआ है। पंचायत मुखिया निर्माला देवी ने बताया कि यहां कुल 14 वार्डों में कचरा उठाव की सेवा अब तक पूरी तरह से स्थगित हो चुकी है।
क्या था कचरा उठाव कार्य का हाल?
निर्माला देवी ने बताया कि नीर निर्मल परियोजना के तहत 2019 से 2022 तक सरथा पंचायत में कचरा उठाव का कार्य मॉडल के रूप में शुरू किया गया था। यह कार्य विश्व बैंक की सहायता से चल रहा था, लेकिन परियोजना खत्म होते ही संबंधित पदाधिकारियों के लापरवाही के कारण पैसे का आवागमन रुक गया और स्वच्छता कर्मियों ने काम करना बंद कर दिया।
क्या है स्वच्छता कर्मियों का हाल?
उन्होंने यह भी बताया कि कई स्वच्छता कर्मियों का 6 से 8 महीने का वेतन अभी भी लंबित है, जिससे उनके परिवारों की स्थिति कठिन हो गई है। इसके अलावा, वार्ड और क्रियान्वयन समिति के खाते में साढ़े तीन लाख रुपये का बकाया है, जिसे अब तक खर्च नहीं किया गया है।
क्या है पंचायत का अगला कदम?
कृतिका देवी ने कहा कि कचरा उठाव कार्य को पुनः शुरू करने के लिए पंचायत में बैठकें आयोजित की जाती हैं, लेकिन संबंधित अधिकारी और कर्मी बैठक में उपस्थित नहीं होते। वहीं, एलबीएसएम के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर प्रियदर्शनी कुमारी ने बताया कि पंचायत में जो शेष राशि बची है, उसे खर्च करने के लिए जिला से निर्देश मांगे गए हैं और प्रक्रिया चल रही है। जिले से मार्गदर्शन मिलने के बाद कचरा उठाव कार्य को फिर से शुरू किया जाएगा।
अब देखना यह होगा कि इस प्रक्रिया में कितनी तेजी आती है और कब तक सरथा पंचायत में स्वच्छता का काम फिर से शुरू हो पाता है।
बिहारशरीफ में आयोजित होगा अखिल भारतीय रविदासिया धर्म का जिला सम्मेलन: संत रविदास के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने का संदेश
बिहारशरीफ: बिहारशरीफ के सर्वोदय नगर में अखिल भारतीय रविदासिया धर्म की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता अखिल भारतीय सदस्य धर्म के जिला उपाध्यक्ष शंकर दास ने की। बैठक में आगामी 26 फरवरी 2025 को बिहारशरीफ के आई एम हॉल में आयोजित होने वाले अखिल भारतीय रविदासिया धर्म के जिला सम्मेलन के बारे में चर्चा की गई। सम्मेलन का आयोजन सुबह 10:00 बजे से होगा।
संत रविदास के विचारों का महत्त्व
अखिल भारतीय रविदासिया धर्म के जिला अध्यक्ष बलराम साहब और अतिपिछड़ा/दलित/अल्पसंख्यक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदेव चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि संत रविदास जी का जन्म भारत के प्रसिद्ध शहर बनारस के पास गांव सीर गोवर्धनपुर में हुआ। उनका उद्देश्य दुखियों का कल्याण करना था। संत रविदास ने उस समय की सामाजिक कुरीतियों, जातिवाद, अंधविश्वास और प्रखडवाद का विरोध किया और मानवता का संदेश दिया।
कर्म की प्रधानता पर जोर
संत रविदास जी ने अपने विचारों से यह स्पष्ट किया कि “मूर्ति से कृर्ति भली, बिना पंख उड़ जाय”। उन्होंने हमेशा कर्म की प्रधानता को स्वीकार किया और समाज में उच्च-नीच, जाति व्यवस्था को समाप्त करने की दिशा में काम किया। उनका जीवन और उनके विचार आज भी समाज में समानता और मानवता की स्थापना का प्रतीक हैं।
सम्मेलन में सभी से अपील
रविदास समाज के सदस्यों के साथ-साथ सभी वर्ग के साधु-संतों, समाज सेवियों, बुद्धिजीवियों, युवाओं, छात्रों और महिलाओं से अपील की गई है कि वे संत रविदास जी की जयंती और जिला सम्मेलन में भाग लें और इस कार्यक्रम को सफल बनाने में तन, मन, और धन से सहयोग करें।
सम्मेलन में कई प्रमुख लोग होंगे शामिल
इस अवसर पर अखिल भारतीय रविदासिया धर्म के जिला महासचिव मिशन गायिका निभा कुमार, महिला संगठन सचिव धनवंती बौद्ध, जिला उपाध्यक्ष लाल दास, जिला महासचिव स्वामी सहजानंद, जिला युवा अध्यक्ष अखिलेश अंबेडकर नगर अध्यक्ष अवधेश कुमार, मीडिया प्रभारी एकलव्य बौद्ध, जिला सचिव सोहनलाल सुधाकर, जिला सचिव अरविंद रविदास, जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार, और नगर महासचिव नीरज कुमार समेत कई अन्य लोग उपस्थित होंगे।
बिहार लोक शिकायत निवारण अधिनियम के तहत जिलाधिकारी द्वारा 27 मामलों की सुनवाई: समाधान की ओर एक कदम और
बिहारशरीफ: 28 जनवरी 2025 को बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर द्वारा द्वितीय अपील से संबंधित कुल 27 मामलों की सुनवाई की गई। इन मामलों में से कुछ का निवारण सुनवाई से पहले ही संबंधित लोक प्राधिकार द्वारा किया गया, जबकि अन्य मामलों में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक आदेश दिए गए ताकि समस्याओं का समाधान किया जा सके।
मुख्य मामले और समाधान
जिलाधिकारी ने बेन प्रखंड के रामदेव प्रसाद की शिकायत पर नाले के पानी के निकास से संबंधित मामले को निपटाने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया। इसी तरह, राजगीर अंचल के शशि भूषण राय की शिकायत परिमार्जन से संबंधित थी, जो जिलाधिकारी के हस्तक्षेप से सुलझा ली गई। हिलसा अंचल के राहुल कुमार की शिकायत अतिक्रमण से संबंधित थी, जिसे जिलाधिकारी ने तत्परता से निपटाया।
महत्वपूर्ण आदेश और निर्देश
दूसरे मामलों में, जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को भूमि विवाद, सामुदायिक भवन की गलत जगह निर्माण, विद्युत सुधार, तथा अन्य स्थानीय समस्याओं का शीघ्र समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिन मामलों में रिपोर्ट की कमी थी, वहां जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों से पुनः रिपोर्ट देने को कहा और त्वरित समाधान की आवश्यकता जताई।
समस्या निवारण में सक्रिय कदम
इस मौके पर जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि लोक शिकायत निवारण प्रणाली के तहत शिकायतों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि जिन मामलों में लंबित कार्य हैं, उनका समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
इस सुनवाई के दौरान संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे और उन्होंने अपनी उपस्थिति से यह सुनिश्चित किया कि मामले का समाधान सही दिशा में हो।
बिहार की संस्कृति से अभिभूत हुए असम के प्रतिभागी, सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम ने नई दिशा दी
बिहारशरीफ: 24 से 30 जनवरी तक आयोजित सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम में असम के विभिन्न कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और संगठनों से आए प्रतिभागियों ने बिहार की समृद्ध संस्कृति, पर्यटन स्थल और ग्राम पंचायतों का दौरा किया। इस कार्यक्रम का आयोजन रघुनंदन सेवा सदन, चोरसुआ द्वारा किया गया था, जहां असम के प्रतिभागियों ने बिहार की बदलती तस्वीर को नजदीक से देखा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और भ्रमण
प्रतिभागियों ने सरस्वती विद्या मंदिर चोरसुआ और पावापुरी में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया, जहां बिहार के कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया और असम के प्रतिभागियों को बिहार की सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराया। वहीं, असम के कलाकारों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुति से बिहार के कलाकारों को भी प्रभावित किया।
पर्यटन स्थल का भ्रमण
कार्यक्रम के दौरान असम के प्रतिभागियों को पटना के प्रमुख पर्यटन स्थलों जैसे चिड़ियाघर, गोलघर, बिहार संग्रहालय और महावीर मंदिर का दौरा कराया गया। इसके बाद, नालंदा महाविहार के भग्नावशेष, व्हेनसांग म्यूजियम और कुंडलपुर का भी भ्रमण किया गया। बोधगया और गया में पवित्र स्थलों की यात्रा भी कार्यक्रम में शामिल रही, जहां वे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों को देखकर बिहार की धरोहर को महसूस कर सके।
राजगीर का भ्रमण और संस्कृति गायन
राजगीर में विश्व शांति स्तूप, सोन भंडार, ब्रह्मकुण्ड, मनियार मठ, नौलखा मंदिर और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का दौरा किया गया। इस दौरान असम के प्रतिभागियों ने अपनी संस्कृति का प्रदर्शन करते हुए गायन कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
बिहार की बदलती छवि
असम से आए एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अश्विनी कुमार डेका ने कहा, “अब बिहार पहले जैसा नहीं रहा। यहाँ हर क्षेत्र में बदलाव और विकास हो रहा है। बिहार के प्रति हमारी सोच अब पूरी तरह बदल चुकी है। अब यहां रात में भी कारोबार और दुकानें खुली रहती हैं। यह परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण है।”
कार्यक्रम समन्वयक रोहित कुमार ने कहा, “जब हम दूसरे राज्यों में जाते हैं, तो बिहार के बारे में जो मानसिकता होती है, वह वास्तविकता से परे होती है। इस कार्यक्रम के माध्यम से हम बिहार की समृद्ध विरासत और बदलते बिहार को लोगों के सामने लाने की कोशिश कर रहे हैं।”
संगठनों और व्यक्तियों का योगदान
राजगीर में असम के प्रतिभागियों ने श्रवण जी द्वारा 18 माह तक निःशुल्क दूध देने की सराहना करते हुए उन्हें अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में बिहार के विभिन्न स्थानों जैसे नालंदा, पावापुरी, और पटना में स्थानीय निवासियों ने असम के प्रतिभागियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम में पृथ्वी राज, निशां कुमारी, मनजीत सिंह, और अन्य कई योगदानकर्ताओं का सराहनीय सहयोग रहा। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम ने न केवल बिहार और असम के बीच की दूरी को कम किया, बल्कि दोनों राज्यों के बीच सांस्कृतिक विनिमय को भी प्रोत्साहित किया।
मैरा बरीठ पंचायत सरकार भवन का सौंदर्यीकरण, पर्यावरण संरक्षण का संदेश
कतरीसराय: मैरा बरीठ पंचायत में पंचायत सरकार भवन के सौंदर्यीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है, जिसमें चारों ओर हरियाली और रंग-बिरंगे फूलों की क्यारियाँ विकसित की जा रही हैं। इस पहल का उद्देश्य न केवल भवन को नया और आकर्षक स्वरूप देना है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण का महत्वपूर्ण संदेश भी देना है।
मुखिया नीतू कुमारी के नेतृत्व में इस कार्य को बखूबी अंजाम दिया जा रहा है। पंचायत समिति सदस्य अजय कुमार गुड्डू ने कहा, “फूलों की बागवानी से पंचायत सरकार भवन एक नया और आकर्षक रूप ले रहा है, जिससे पंचायत का वातावरण और भी स्वच्छ और सुंदर बन रहा है।”
उपमुखिया बीरू प्रसाद, मनोनीत पैक्स अध्यक्ष बृजनंदन पांडेय और मुखिया प्रतिनिधि अनिरुद्ध कुमार अन्नू ने बताया कि इस पहल से पंचायत के लोगों में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
इस पहल को लेकर जनप्रतिनिधियों ने बताया कि यह एक सराहनीय प्रयास है, जो न केवल पंचायत को एक नया रूप दे रहा है, बल्कि लोगों में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना भी विकसित कर रहा है। इसके साथ ही, यह पहल अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
राजगीर में 10-11 फरवरी को कुर्मी महासमागम, राष्ट्रीय राजनीति में मील का पत्थर
बिहारशरीफ: मगध साम्राज्य की ऐतिहासिक राजधानी राजगीर में 10-11 फरवरी को देश-विदेश के कुर्मियों का महासमागम सह चेतना शिविर आयोजित किया जाएगा। इस महासमागम में कुर्मी समाज के सभी घटकों के लोग एकत्रित होंगे, और इसका उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर कुर्मी समाज को एकजुट करना है। यह कार्यक्रम सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण साबित होने वाला है और कुर्मी समाज की राष्ट्रीय राजनीति में अहम स्थान सुनिश्चित करेगा।
इस महासमागम को सफल बनाने के लिए राजगीर के श्रीकृष्ण पैलेस में एक बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता अवधेन्द्र कुमार सिन्हा ने की। बैठक में कार्यक्रम को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए 51 सदस्यीय मुख्य समिति का गठन किया गया। आयोजन समिति के अध्यक्ष अवधेन्द्र कुमार सिन्हा और संरक्षक डॉ. गोपाल शरण सिंह बनाए गए हैं।
प्रमुख व्यवस्थाएँ और जिम्मेदारियाँ:
- व्यवस्थापक: दिलीप कुमार और सुधीर कुमार पटेल
- भोजन समिति: तारकेश्वर प्रसाद, अरुण कुमार, विशेश्वर चौधरी, मनोज कुमार
- टेंट, पंडाल एवं सजावट: अजय कुमार सिन्हा, पूर्व मुखिया विजय प्रसाद, रविंद्र प्रसाद (सिलाव)
- यातायात व्यवस्था: बीरेंद्र कुमार प्रियदर्शी, अनिल कुमार, किशोर कुमार, केशव लाल, शशि भूषण कुमार, उदयशंकर पटेल
- मीडिया समिति: संयोजक प्रबोध पटेल
- स्वागत समिति: ई. अश्विनी कुमार, अनिल कुमार, चंद्र उदय, राजेश रंजन, जितेंद्र कुमार, ई. नरेंद्र कुमार, आशुतोष कुमार राजू, ओम प्रकाश सिंह, दीपक कुमार, अजीत कुमार, विजय सिंह, शंभू सिंह, सत्येंद्र सिंह, मणि लाल सिंह, मदन कुमार, प्रमोद कुमार
- आवासन समिति: शैलेन्द्र कुमार, मनोज कुमार, अरुण कुमार चंचुल, अरविंद कुमार (भोली बाबू), अजय कुमार
- प्रतिनिधि निबंधन: चंदन कुमार, सत्यप्रकाश, सतीश कुमार, राजाराम कुमार, अजय कुमार सिन्हा, बिट्टू कुमार
- महिला प्रतिनिधि समन्वय: अनीता कुमारी, संजू कुमारी पटेल
- कार्यक्रम समन्वय: ई. अनिल कुमार, अरविंद कुमार
- विशिष्ट अतिथि स्वागत: सुधीर कुमार पटेल, राजेश रंजन, संजय कुमार (पप्पू), ई. सतीश कुमार, बीरेंद्र कुमार प्रियदर्शी, शैलेन्द्र कुमार, मनोज कुमार, शिवानंद राय, चंद्र उदय, प्रबोध पटेल, गुंजन कुमार, दीपू
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि महासमागम का व्यापक प्रचार-प्रसार नालंदा, पटना, गया, जहानाबाद, नवादा, शेखपुरा, भागलपुर, औरंगाबाद, कैमूर, सासाराम सहित विभिन्न जिलों में किया जाएगा। महासमागम में देश के विभिन्न राज्यों के अलावा नेपाल समेत अन्य देशों से भी बड़ी संख्या में प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। इसके लिए विशेष व्यवस्थाएँ की जा रही हैं, ताकि कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो सके।
नूरसराय में अपराध की योजना बनाते पाँच अपराधी गिरफ्तार, हथियार बरामद
बिहारशरीफ: नालंदा जिले के नूरसराय थाना क्षेत्र में पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान लूट और डकैती की योजना बना रहे पाँच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से अवैध हथियार, कारतूस और एक सफेद रंग की इर्टिगा कार बरामद की गई है। यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार अपराधियों में पृथ्वीराज और शिशुपाल का आपराधिक इतिहास रहा है। पूछताछ के दौरान, पृथ्वीराज की निशानदेही पर उसके घर से अवैध हथियार, लोडेड मैगजीन, गोलियां और फायरिंग के खोखे बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार अपराधी:
- पृथ्वीराज (प्रहलादनगर, नूरसराय)
- डब्लू कुमार (चकसोहरा खुर्द, हिलसा)
- शिवशंकर कुमार (भगतपुर, हिलसा)
- शिशुपाल कुमार (चौकी हुराठी, करायपरशुराय)
- अजीत कुमार (हैदरपुर, हिलसा)
बरामदगी:
- एक सफेद रंग की इर्टिगा कार
- 12 बोर का देशी कट्टा और पाँच जिंदा कारतूस
- देशी पिस्टल का लोडेड मैगजीन (7.65 एमएम के पाँच कारतूस के साथ)
- 315 बोर और 12 बोर के फायर किए हुए खोखे
इस मामले में नूरसराय थाना में एफआईआर संख्या 49/25 दिनांक 29.01.25 के तहत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस फरार अपराधियों की तलाश कर रही है, और इस गिरफ्तारी में नूरसराय थानाध्यक्ष रजनीश कुमार समेत कई अधिकारी और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।
पीएलएम में कन्या मवि की शिक्षिका पम्मी प्रथम
हरनौत (नालंदा) (संसू): स्थानीय बाजार स्थित शहरी संकुल संसाधन केंद्र (यूआरसी) प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय में बुधवार को टीएलएम मेला कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में बीईओ सुरेंद्र कुमार सिन्हा उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान बीईओ श्री सिन्हा ने टीएलएम के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि प्रखंड में कुल 17 सीआरसी (क्लस्टर रिसोर्स सेंटर) हैं, जिनमें विभिन्न स्कूलों का सीआरसी स्तर, फिर बीआरसी (ब्लॉक रिसोर्स सेंटर), और फिर जिला स्तरीय प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा।
इसके बाद, विभिन्न विद्यालयों द्वारा लगाए गए व्याकरण, ईवीएस, गणित, हिंदी, अंग्रेजी और विज्ञान विषयों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। इस प्रतियोगिता में कन्या मवि की शिक्षिका पम्मी कुमारी को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। यह विद्यालय पिछले वर्ष भी जिले में पहुँचा था। वहीं, द्वितीय स्थान प्रावि डीहरीगढ़ की शिक्षिका लता कुमारी और तृतीय स्थान उत्क्रमित मवि सबनहुआ के शिक्षक इंद्रजीत चौधरी को प्राप्त हुआ।
सभी विजेताओं को बीईओ ने प्रमाण-पत्र और कलम देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर बीपीएम मनीष, बीआरपी नवीद, बीआरपी दीक्षीत, एचएम सह व्यवस्थापक विनोद, कोऑर्डिनेटर राजाराम, प्रकाश, जीवन ज्योति समेत अन्य लोग भी मौजूद थे।
पैक्स चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न, कुल 49.66 प्रतिशत वोटिंग
हरनौत (नालंदा) (संसू): स्थानीय नगर पंचायत के बस्ती और प्रखंड के नेहुसा पैक्स चुनाव बुधवार को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुए।
निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ उज्जवल कांत ने बताया कि कुल सात बूथों पर 49.80 प्रतिशत मतदान हुआ। बस्ती पंचायत सरकार भवन पर बने तीन मतदान केंद्रों पर 46.66 प्रतिशत जबकि नेहुसा मवि पर बने चार बूथों पर 52.63 प्रतिशत मतदान बैलेट पेपर के माध्यम से हुआ।
वहीं, मतगणना देर शाम प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार भवन पर चली।
गिरियक के पुरैनी पंचायत में शांतिपूर्ण तरीके से हुआ पैक्स अध्यक्ष पद का मतदान
गिरियक: गिरियक प्रखंड के पुरैनी पंचायत में बुधवार को पैक्स अध्यक्ष पद के लिए शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ। मतदान सुबह 7:00 बजे शुरू होकर शाम 5:00 बजे तक चला।
पुरैनी पंचायत में कुल 10 गाँव – पुरैनी, मानपुर, हसनपुर, महतपुरा, तख्तरोजा, पहलौआ, सैदपुर, जलालपुर, हैवतपुर और खानपुरा शामिल हैं, और यहां कुल 1323 मतदाता हैं जिन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
तीन प्रत्याशी मैदान में: पैक्स अध्यक्ष पद के लिए तीन उम्मीदवार – कौशल कुमार, अरविंद प्रसाद यादव और वीरेंद्र यादव उर्फ विरू कुमार चुनावी मैदान में हैं। मतगणना आज ही गिरियक के आदमपुर हाई स्कूल में होगी, जिसके बाद विजेता प्रत्याशी का फैसला होगा।
मतदान के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क रहा।
कॉंग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे से नई दिल्ली में भागीरथ मांझी की मुलाकात
हिलसा (नालंदा)। 29 जनवरी 2025, बुधवार: नई दिल्ली स्थित कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी के सरकारी आवास 10 राजा जी मार्ग पर भागीरथ मांझी की मुलाकात हुई। इस मुलाकात में बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष और अतिपिछड़ा संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक मंजीत आनन्द साहू, कुम्हार समाज के प्रदेश अध्यक्ष मझोज प्रजापति, शैलेश वर्मा और दुर्गा प्रसाद भी मौजूद रहे।
मंजीत आनन्द साहू ने बताया कि इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष श्री खरगे जी ने सामाजिक न्याय, अतिपिछड़े वर्ग और दलित समुदाय के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की और जानकारी ली। श्री साहू ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व वंचित समुदायों के हक, हिस्सेदारी, भागीदारी, आरक्षण पर से पचास प्रतिशत की सीमा को खत्म करने, देश में जाति जनगणना कराने सहित सभी मुद्दों पर चिंतनशील है, जो सभी वर्गों के लिए न्याय का मार्ग प्रशस्त करें।
यह मुलाकात माउंटेन मैन दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से उनकी पहली मुलाकात थी। श्री साहू ने कहा कि आने वाले समय में अतिपिछड़ा वर्ग और दलित समुदाय सहित सभी वंचित समुदाय कांग्रेस से तेजी से जुड़ेंगे। कांग्रेस ही वंचितों की एकमात्र उम्मीद है।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के 65 प्रतिशत आरक्षण को केंद्र की मोदी सरकार द्वारा स्वीकार नहीं करना और नीतीश कुमार जी की इस मामले में चुप्पी से पूरा पिछड़ा, अतिपिछड़ा, दलित, महादलित समुदाय ठगा महसूस कर रहा है। चाहे बिहार की सरकार हो या केंद्र की, दोनों एनडीए सरकारें “फोटो पर माला और विचारों पर ताला” वाले फार्मूले पर चल रही हैं। बिहार की जनता आगामी विधानसभा चुनाव में इसका करारा जवाब देने वाली है।
टी.एल.एम मेला-02: बच्चों के सर्वांगीण विकास में नया कदम, जानें इस आयोजन की खासियत!
हिलसा (नालंदा)। हिलसा अनुमंडल के इसलामपुर प्रखंड स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय मोहनचक इसलामपुर में बुधवार को प्रखंड साधन सेवी आलोक मणी की अध्यक्षता में टी.एल.एम. मेला-02 का आयोजन किया गया। इस आयोजन में शिक्षकों और ग्रामीण जनता ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे यह मेला शिक्षा के क्षेत्र में एक नया आदर्श स्थापित करने वाला बन गया।
क्या है टी.एल.एम मेला-02? टी.एल.एम (Teaching Learning Material) मेला एक ऐसा आयोजन है जहां शिक्षक विभिन्न विषयों पर प्रायोगिक प्रोजेक्ट्स और प्रस्तुतियाँ दिखाते हैं, जो बच्चों के सर्वांगीण विकास में मदद करती हैं। इस आयोजन में मध्य विद्यालय अमनावाँ, उत्क्रमित मध्य विद्यालय मोहनचक, प्राथमिक विद्यालय गुलजार बाग, प्राथमिक विद्यालय चकदौलत, और अन्य स्कूलों के शिक्षकों ने प्रोजेक्ट प्रदर्शनी में भाग लिया।
आकर्षक प्रदर्शनी और विजेता: प्रदर्शनी में विभिन्न विषयों जैसे गणित, भौतिक विज्ञान, हिंदी, और इतिहास से संबंधित प्रोजेक्ट्स को खास तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिससे यह मेला शिक्षा में रुचि रखने वाले सभी के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन गया।
- प्रथम स्थान: उत्क्रमित मध्य विद्यालय बांधपर के शिक्षक सुमीत कुमार सुमन
- द्वितीय स्थान: उत्क्रमित मध्य विद्यालय मोहनचक के शिक्षक प्रभाकर कुमार
- संयुक्त तीसरे स्थान: प्राथमिक विद्यालय चकदौलत के रुपेश कुमार सुमन और मध्य विद्यालय अमनावाँ की रश्मि रति
टी.एल.एम मेले का महत्व: टी.एल.एम मेला न केवल शिक्षकों को अपनी रचनात्मकता और सामग्री उपयोग में सुधार करने का मौका देता है, बल्कि यह बच्चों को सामाजिक और मानसिक विकास के लिए प्रेरित भी करता है। राजेश कुमार चौधरी, प्रधानाध्यापक, ने इस मेला की अहमियत को बताया और कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से प्रतिभागियों में कंपटीशन भावना पैदा होती है और बच्चों को आसपास की संसाधनों से पढ़ाने की नई दिशा मिलती है।
आगे की राह: प्रखंड साधन सेवी आलोक मणी ने बताया कि इस तरह के आयोजनों से बच्चों के मानसिक विकास में मदद मिलती है। वहीं, दिनेश प्रसाद समन्वयक ने बच्चों के विकास पर जोर दिया। इस मेले के सफल आयोजन से अब यह प्रतीत होता है कि ऐसे आयोजनों से शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है।
इस आयोजन के सफलतापूर्वक संपन्न होने से न केवल शिक्षक बल्कि शिक्षा प्रणाली को भी एक नई दिशा मिली है। ऐसे आयोजनों के जरिए शिक्षकों की रचनात्मकता और सर्वांगीण शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है।
क्या आप चाहते हैं कि आपके बच्चों को भी ऐसे मेलों में भाग लेने का मौका मिले? तो इस प्रकार के आयोजनों के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए हमसे जुड़ें और शिक्षा में नवाचार के इस सफर का हिस्सा बनें।
बिहार में हर क्षेत्र में विकास की नई मिसाल, जानें मंत्री श्रवण कुमार ने क्या कहा!
बिहारशरीफ: बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बुधवार को वियावानी गांव में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राज्य में हो रहे विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा, “बिहार में हर वर्ग और क्षेत्र का समुचित विकास हो रहा है।” मंत्री ने मनरेगा से निर्मित योजनाओं का उद्घाटन किया और बताया कि नीतीश सरकार के नेतृत्व में गांवों में शहरों से भी बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
क्या है ये नई योजनाएं? मंत्री ने गोलापुर हवाई अड्डा से अहरा तक मिट्टी भराई एवं फेवर ब्लॉक निर्माण कार्य के शिलान्यास के साथ-साथ लाल किशोर के खेत से बेल तक मिट्टी भराई, ईट सोलिंग और पीसीसी ढलाई निर्माण कार्य का उद्घाटन भी किया। यह परियोजनाएं ग्रामीण विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं, जो गांवों को स्मार्ट बनाने की ओर कदम बढ़ा रही हैं।
बिहार में हो रहा है अभूतपूर्व विकास: मंत्री श्रवण कुमार ने कहा, “आज बिहार में विकास के क्षेत्र में न केवल देश, बल्कि दुनिया में बिहार का नाम गूंज रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की योजनाओं ने गांवों को शहरी सुविधाओं से सुसज्जित किया है, और बिहार अब विकास के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित हो चुका है।”
बिहार को मिले निवेश और रोजगार के अवसर: मंत्री ने बताया कि 2024-25 में 312 औद्योगिक इकाइयों को 33551.69 करोड़ रुपये के निवेश की स्वीकृति मिली है। राज्य में 41 औद्योगिक इकाइयां 844 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। साथ ही, युवाओं के लिए सरकारी नौकरी और रोजगार के अवसर लगातार बढ़ रहे हैं।
बिहार अब निवेशकों की पहली पसंद बन चुका है, और यह परिवर्तन नीतीश सरकार के नेतृत्व में हुआ है।
महिला सशक्तिकरण से लेकर स्वास्थ्य और शिक्षा तक: स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और महिला सशक्तिकरण जैसे सभी क्षेत्रों में बिहार सरकार ने व्यापक बदलाव किए हैं। राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि समाज के हर वर्ग को समान अवसर मिलें और समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की किरणें पहुंचें।
आइए, इस विकास यात्रा का हिस्सा बनें और बिहार को स्मार्ट बनाएं। बिहार में हो रहे इन बदलावों का हिस्सा बनें और जानें कि कैसे नीतीश सरकार ने राज्य को एक नई दिशा दी है।
बकायेदारों के लिए अलर्ट! जानें कैसे नालंदा में हो रहा है वारंट अभियान का संचालन
नालंदा: शशांक शुभंकर, जिलाधिकारी और भारत सोनी, पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में नीलाम पत्र वाद के तहत बकायेदारों के खिलाफ बॉडी वारंट और डिस्ट्रेस वारंट तामील की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। यह बैठक 27 जनवरी 2025 से 1 फरवरी 2025 तक चलने वाले वारंट सप्ताह अभियान की अहम कड़ी है, जो जिले में बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई को तेज करेगा।
क्या है यह वारंट सप्ताह अभियान? जिले भर में इस दौरान 1161 बॉडी वारंट और 237 डिस्ट्रेस वारंट लंबित हैं, और अधिकारियों का लक्ष्य इन मामलों का जल्दी समाधान करना है। जिलाधिकारी ने आधिकारिक विभागों और थानाध्यक्षों को निर्देश दिए कि वे समन्वय स्थापित कर अधिक से अधिक मामलों का निपटारा सुनिश्चित करें।
बकायेदारों के लिए चेतावनी! जिलाधिकारी ने बैठक में कहा, “बकायेदारों को हर हाल में नोटिस तामील की प्रक्रिया सुनिश्चित करनी है।” यह बयान एक कड़ी चेतावनी है, क्योंकि बकायेदारों के खिलाफ अब सख्त कदम उठाए जाएंगे।
नालंदा में तामील अभियान की पूरी प्रक्रिया: इस विशेष अभियान में अपर समाहर्ता, विशेष कार्य पदाधिकारी गोपनीय शाखा, पुलिस उपाधीक्षक, विधि शाखा, जिला कल्याण पदाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में यह बैठक हुई। इन अधिकारियों ने एकजुट होकर बकायेदारों पर प्रभावी कार्रवाई को सुनिश्चित करने के लिए समूह प्रयास किया।
अब बकायेदार हो जाएं सावधान! नालंदा में यह अभियान वारंट सप्ताह के रूप में तेजी से चलाया जा रहा है, और बकायेदारों के खिलाफ एक सख्त कदम उठाया जा रहा है। अब यह बकायेदारों के लिए समय की बात है – नोटिस तामील करना अब न सिर्फ जरूरी, बल्कि अनिवार्य है।
नालंदा पैक्स चुनाव में बोगस वोटिंग का आरोप, हंगामे के बाद पुलिस ने जब्त किए आधार कार्ड!
बिहारशरीफ: नालंदा जिले में बुधवार को हुए प्राथमिक कृषि साख समिति (पैक्स) चुनाव में बोगस वोटिंग के आरोप लगे। परवलपुर के शंकरडीह पैक्स मतदान केंद्र पर कुछ ग्रामीणों ने बोगस वोटिंग का आरोप लगाते हुए हंगामा किया, जिसके चलते मतदान कुछ समय के लिए बाधित हो गया। इस मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए, पुलिस और अधिकारियों ने कुछ आधार कार्ड जब्त किए। हालांकि, अधिकारियों ने बोगस वोटिंग के आरोपों को नकारते हुए उन्हें गलतफहमी बताया है।
क्या है पूरा मामला? परवलपुर के शंकरडीह पैक्स मतदान केंद्र पर बोगस वोटिंग के आरोप सामने आने के बाद ग्रामीणों ने विरोध जताया और हंगामा किया। पुलिस और अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला, और कुछ आधार कार्ड जब्त किए। हालांकि, अधिकारियों ने इस पूरे मामले में बोगस वोटिंग की बात से इंकार किया।
वोटिंग प्रतिशत और शांति से चुनाव संपन्न: सभी 12 पैक्सों में चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें चंडी के अमरौरा में सबसे अधिक 85 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, बियावानी में 76, मुरौरा में 67 और राणाबिगहा पैक्स में 71 प्रतिशत मतदान हुआ।
फर्जी मतदान की शिकायत: वहीं, बियावानी में महिला मतदाता संगीता कुमारी ने आरोप लगाया कि उनके मतदान केंद्र पर उनका वोट पहले ही डाल दिया गया था, जबकि वह वहां पहुंची थीं।
मतगणना और परिणाम: मतदान के बाद बैलेट बॉक्सों को सुरक्षा के बीच संबंधित प्रखंड कार्यालयों में भेज दिया गया। मतगणना शाम 7 बजे से शुरू हुई, और रात 10 बजे के आसपास परिणाम आने की उम्मीद है।
क्या बोगस वोटिंग के आरोप सही हैं? यह सवाल चुनाव के बाद भी बना हुआ है, और जांच के बाद ही इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
बस्ती से दिलीप, जबकि नेहुसा से विपिन बने पैक्स अध्यक्ष – मतगणना में दिखा जबरदस्त उत्साह
हरनौत (अपना नालंदा)। पैक्स चुनाव में बड़ी जीत! स्थानीय प्रखंड मुख्यालय के सभागार भवन में देर रात करीब 8:30 बजे पैक्स चुनाव की मतगणना शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही, जहां पुलिस बल तैनात था।
बस्ती और नेहुसा में ऐसे रहा मुकाबला
इस चुनाव में बस्ती में केवल अध्यक्ष पद और नेहुसा में अध्यक्ष पद के साथ-साथ एक कार्यकारिणी सदस्य के परिणाम घोषित किए गए। बस्ती पैक्स से दिलीप सिंह ने शानदार जीत दर्ज करते हुए 804 मत हासिल किए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी को सिर्फ 115 वोट मिले।
वहीं, नेहुसा पैक्स में अध्यक्ष पद के लिए जबरदस्त टक्कर देखने को मिली। यहां विपिन सिंह ने 634 मत प्राप्त कर जीत दर्ज की, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी अभय कुमार को 499 मत मिले।
कार्यकारिणी सदस्य के लिए भी कड़ा मुकाबला
नेहुसा पैक्स कार्यकारिणी सदस्य के लिए भी चुनाव हुआ, जिसमें सुरेश पासवान ने 562 मत प्राप्त कर जीत दर्ज की, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी उमेश पासवान को 464 वोट मिले।
विजयी प्रत्याशियों का भव्य स्वागत
निर्वाचन पदाधिकारी सह बीडीओ उज्जवल कांत ने विजेताओं को प्रमाण पत्र सौंपे। जैसे ही विजेता मतगणना कक्ष से बाहर निकले, समर्थकों में जबरदस्त जोश और उत्साह दिखा। फूल-मालाओं से उनका भव्य स्वागत किया गया और समर्थकों ने जोशपूर्ण नारेबाजी कर माहौल को और भी गर्म कर दिया।
बस्ती और नेहुसा के इस पैक्स चुनाव में विजेताओं की जीत ने नए नेतृत्व की उम्मीद जगाई है। अब देखना दिलचस्प होगा कि वे अपने कार्यकाल में क्या बदलाव लाते हैं!