केवीके हरनौत में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की 26वीं बैठक सम्पन्न, किसानों की प्रगति पर बनी कार्ययोजना

Written by Subhash Rajak

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हरिओम कुमार
हरनौत (अपना नालंदा)।भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), पटना-ज़ोन चार की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की 26वीं बैठक बुधवार को कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) हरनौत परिसर में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता अटारी, पटना के निदेशक डॉ. अंजनी कुमार ने की।

कार्यक्रम की शुरुआत जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. नितेश कुमार, केवीके की प्रधान वैज्ञानिक डॉ. सीमा कुमारी एवं गृह वैज्ञानिक डॉ. ज्योति सिन्हा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर की। बैठक में पिछले वर्ष किए गए कार्यों की समीक्षा की गई तथा आगामी कार्य योजना पर विस्तार से चर्चा की गई।

मुख्य अतिथि डॉ. अंजनी कुमार ने केवीके की उपलब्धियों की सराहना करते हुए विभागों में बेहतर समन्वय स्थापित कर किसानों की समृद्धि के लिए काम करने पर बल दिया। उन्होंने केवीके को स्वावलंबी बनाने और आधारभूत संरचना के विकास का आश्वासन भी दिया।

बैठक में 25वीं बैठक के प्रगति प्रतिवेदन पर चर्चा करते हुए आगे की रणनीति तय की गई। जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. नितेश कुमार ने किसानों के उद्यमिता विकास पर ज़ोर दिया ताकि जिले में प्रगतिशील कृषि समूहों का गठन कर व्यवसायिक अवसर बढ़ाए जा सकें। वहीं उद्यान विभाग के सहायक राकेश कुमार ने उच्च गुणवत्ता वाले फलों को बढ़ावा देने की बात कही। पौधा संरक्षण के सहायक निदेशक संतोष कुमार ने कीट एवं रोगों की रोकथाम हेतु समय पर वैज्ञानिक परामर्श देने की योजना प्रस्तुत की।

नाबार्ड के डीडीएम अमृत वर्णवाल ने पैक्स अध्यक्षों को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता बताई, जबकि मत्स्य प्रसार पदाधिकारी डॉ. पंकज कुमार ने किसानों को कृषि संबंधी मोबाइल ऐप के उपयोग हेतु प्रेरित किया।

बैठक में उद्यान महाविद्यालय नूरसराय के सह-प्राध्यापक डॉ. सरदार सुनील सिंह व डॉ. पंकज कुमार मंडल, पान अनुसंधान केंद्र इस्लामपुर से डॉ. प्रभात कुमार, टीवीओ हरनौत से डॉ. जितेंद्र कुमार पासवान समेत अन्य विशेषज्ञों ने भी अपने विचार साझा किए।

इस अवसर पर जिले के प्रगतिशील कृषक जैसे जुनैदी एफपीओ के निदेशक विरेश कुमार, अरुण कुमार, सुविधा कुमारी और गीता देवी भी मौजूद थे। सभी ने केवीके की प्रत्यक्षण इकाई, मशरूम स्पॉन लैब, समन्वित कृषि प्रणाली इकाई, सीआरए प्लॉट और पौधा प्रवर्धन इकाई की सराहना की।

बैठक में सितंबर 2024 से अगस्त 2025 तक किए गए कार्यों की समीक्षा और मार्च 2026 तक की कार्ययोजना पर विशेष दिशा-निर्देश दिए गए।

मौके पर केवीके के वैज्ञानिक—मृदा विज्ञान विभाग से डॉ. यू. एन. उमेश, पौधा संरक्षण विभाग से डॉ. उदय प्रकाश नारायण, पशु चिकित्सा विज्ञान से डॉ. विद्या शंकर सिन्हा, उद्यान विभाग से कुमारी विमा रानी, कार्यक्रम सहायक कुमारी पुनम पल्लवी, फार्म मैनेजर दीपक कुमार कंचन सहित रवि मोहन, अभय, रूपेश प्रतिक आदि उपस्थित थे।

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