अपना नालंदा संवाददाता
हरनौत। स्थानीय प्रखंड के छतियाना गांव स्थित ठाकुरबाड़ी के पास 24 कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ का भव्य आयोजन प्रज्ञा मंडल छतियाना द्वारा किया जा रहा है। यह महायज्ञ 24 अप्रैल से 28 अप्रैल तक आयोजित किया गया है।

25 अप्रैल को प्रातःकाल मंगल कलश स्थापना एवं विराट शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें 751 श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने माथे पर कलश धारण कर जय श्रीराम के नारों के साथ पूरे हरनौत बाजार का भ्रमण किया।
महायज्ञ की विशेषता यह रही कि इसमें देश के विभिन्न कोनों में स्थित 24 प्रमुख तीर्थ स्थलों—जैसे कन्याकुमारी, यमुना, गंगा, प्रयागराज आदि—से गंगाजल एकत्र किया गया। इन तीर्थों के जल को 24 कन्याओं द्वारा शोभायात्रा में भव्य रूप से प्रस्तुत किया गया। गंगाजल को यज्ञ स्थल से कलश में भरकर वाहन से हरनौत बाजार स्थित रूपसपुर तक ले जाया गया, वहां से श्रद्धालु पैदल यात्रा करते हुए पुनः यज्ञ स्थल पर लौटे और कलशों की स्थापना की गई।
शोभायात्रा के दौरान बच्चों द्वारा प्रस्तुत झांकियों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। शाम को युग संगीत और प्रवचन का आयोजन हुआ, जिसमें शांतिकुंज, हरिद्वार से आई पांच सदस्यीय टोली ने भाग लिया।
यज्ञ का क्रम इस प्रकार रहेगा:
- शनिवार (26 अप्रैल): देवी शक्तियों का आवाहन, पूजन, विविध संस्कार एवं संध्या में युग संगीत व प्रवचन।
- रविवार (27 अप्रैल): देव पूजन, गायत्री महायज्ञ, विविध संस्कार, संध्या में युग संगीत, प्रवचन एवं विराट दीप महायज्ञ।
- सोमवार (28 अप्रैल): देव पूजन, महायज्ञ की पूर्णाहुति, टोली की विदाई तथा संध्या 6 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ महायज्ञ का समापन।
आयोजन समिति के संयोजक अजय कुमार सिंह, सह-संयोजक विनायक कुमार, सदस्य मुकेश कुमार एवं मंटु सिंह ने जानकारी दी कि इस आयोजन से पूरे क्षेत्र में भक्तिमय वातावरण व्याप्त हो गया है।