राजकीय फार्मेसी महाविद्यालय, नालंदा में “योग संगम” के रूप में मनाया गया 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

Written by Subhash Rajak

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प्राचार्य राकेश रंजन बोले — “योग शरीर और मन दोनों के लिए है आवश्यक”

अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ ।फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्देशानुसार राजकीय फार्मेसी महाविद्यालय, नालंदा में 21 जून को 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस “योग संगम” के रूप में उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने मिलकर सामूहिक योगाभ्यास किया और योग के महत्व को आत्मसात किया।

कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य राकेश रंजन के प्रेरणादायी संबोधन से हुई। उन्होंने कहा,
“जिस प्रकार भोजन हमारे शरीर के लिए अनिवार्य है, उसी प्रकार योग भी शरीर और मन की स्वस्थता के लिए अत्यंत आवश्यक है। हमें अपनी व्यस्त दिनचर्या में से कुछ समय नियमित योग के लिए निकालना चाहिए, ताकि हम निरोग और ऊर्जावान रह सकें।”

इसके बाद महाविद्यालय के टीचिंग एवं नॉन-टीचिंग स्टाफ के साथ-साथ सत्र 2024 के विद्यार्थियों ने सामूहिक रूप से योगाभ्यास किया। योग सत्र में विभिन्न योगासन और प्राणायाम जैसे ताड़ासन, भुजंगासन, अनुलोम-विलोम, कपालभाति आदि का अभ्यास किया गया, जिससे तन और मन दोनों को संतुलित रखने के गुर सिखाए गए।

इस अवसर पर सहायक प्राध्यापक डॉ. पियूष चंद्र ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा,
“योग से न केवल हमारा शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि यह मानसिक संतुलन और सकारात्मक ऊर्जा का भी स्रोत है। योग हमें नकारात्मक विचारों से दूर करता है और हमारे व्यक्तित्व विकास में सहायक होता है। इसलिए इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना अत्यंत आवश्यक है।”

कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों ने नियमित योग करने का संकल्प लिया। इस आयोजन की सफलता में शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों की सक्रिय भूमिका रही।

“योग संगम” कार्यक्रम ने समस्त महाविद्यालय परिवार को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने का स्पष्ट संदेश दिया।

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