अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ । रहुई प्रखंड स्थित मोरा तलाव परिसर में शुक्रवार को भव्य पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बिहार के वन एवं पर्यावरण संरक्षण मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने स्वयं पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देने का संदेश दिया।
मंत्री ने उपस्थित लोगों से अपील की कि बढ़ते प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए हर व्यक्ति को वर्ष में कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वृक्ष हमें न केवल ऑक्सीजन देते हैं बल्कि धरती का तापमान संतुलित रखने, वर्षा लाने और जैव विविधता को बनाए रखने में भी सहायक होते हैं।
इस मौके पर वार्ड पार्षद प्रतिनिधि अविनाश कुमार सिंह, भाजपा प्रखंड अध्यक्ष बिट्टू कुमार, समाजसेवी राजवीर सिंह, हरिद्वार सिंह, अजय सिंह समेत बड़ी संख्या में स्थानीय कार्यकर्ता एवं ग्रामीण उपस्थित रहे। सभी ने मंत्री का पुष्पगुच्छ और माल्यार्पण कर स्वागत किया तथा उनके प्रयासों की सराहना की।
कार्यक्रम में पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए सामूहिक रूप से पौधारोपण करने और वृक्षों की देखभाल करने का संकल्प लिया गया। ग्रामीणों ने इस पहल को सराहते हुए भविष्य में भी इस तरह के आयोजन की अपेक्षा जताई।अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ । रहुई प्रखंड स्थित मोरा तलाव परिसर में शुक्रवार को भव्य पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बिहार के वन एवं पर्यावरण संरक्षण मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने स्वयं पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देने का संदेश दिया।
मंत्री ने उपस्थित लोगों से अपील की कि बढ़ते प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए हर व्यक्ति को वर्ष में कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वृक्ष हमें न केवल ऑक्सीजन देते हैं बल्कि धरती का तापमान संतुलित रखने, वर्षा लाने और जैव विविधता को बनाए रखने में भी सहायक होते हैं।
इस मौके पर वार्ड पार्षद प्रतिनिधि अविनाश कुमार सिंह, भाजपा प्रखंड अध्यक्ष बिट्टू कुमार, समाजसेवी राजवीर सिंह, हरिद्वार सिंह, अजय सिंह समेत बड़ी संख्या में स्थानीय कार्यकर्ता एवं ग्रामीण उपस्थित रहे। सभी ने मंत्री का पुष्पगुच्छ और माल्यार्पण कर स्वागत किया तथा उनके प्रयासों की सराहना की।
कार्यक्रम में पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए सामूहिक रूप से पौधारोपण करने और वृक्षों की देखभाल करने का संकल्प लिया गया। ग्रामीणों ने इस पहल को सराहते हुए भविष्य में भी इस तरह के आयोजन की अपेक्षा जताई।